एशिया के दूसरे सबसे बड़े अमीर गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप के लिए अच्छी खबर नहीं है. नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड ने तीन विदेशी फंड्स के 43,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के शेयर फ्रीज कर दिए हैं. इसके बाद से अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी जा रही है. अबतक कंपनियों को मार्केट कैप से 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है.
एनएसडीएल ने तीन विदेशी फंड्स अल्बुला इंवेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इंवेस्टमेंट फंड के अकाउंट्स फ्रीज किए हैं. इन अकाउंट्स को 31 मई 2021 को या उससे पहले फ्रीज किया गया था. इनके पास अडानी ग्रुप की चार कंपनियों के 43,500 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के शेयर हैं. अडानी एंटरप्राइजेज में 6.82 फीसदी, अडानी ट्रांसमिशन में 8.03 फीसदी, अडानी टोटल गैस में 5.92 फीसदी और अडानी ग्रीन में 3.58 फीसदी हिस्सेदारी है. अकाउंट फ्रीज होने का मतलब है कि अडानी ग्रुप इन फंड की न तो कोई मौजूदा सिक्योरिटीज बेच सकता है और न ही नई खरीद सकता है.
बता दें, अडानी ग्रुप की कुछ कंपनियों के शेयरों में तेज उछाल ने इस साल गौतम अडानी की संपत्ति में 40 अरब डॉलर से अधिक का इजाफा किया है, जिसके बाद वह एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए.
अडानी ग्रुप की कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वाले कुछ एफपीआई खातों को जब्त करने की खबर के बाद इन कंपनियों के शेयरों में सोमवार को सुबह के कारोबार में 25 फीसदी तक की भारी गिरावट देखी गई. इस दौरान अडानी एंटरप्राइजेज बीएसई पर 24.99 फीसदी की गिरावट के साथ 1201.10 रुपये पर, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन 18.75 फीसदी की गिरावट के साथ 681.50 रुपये पर कारोबार कर रहा था.
इसके अलावा अडानी ग्रीन एनर्जी पांच फीसदी गिरकर 1165.35 रुपये पर, अडानी टोटल गैस पांच फीसदी गिरकर 1544.55 रुपये पर, अडानी ट्रांसमिशन पांच फीसदी गिरकर 1,517.25 रुपये पर और अडाणी पॉवर 4.99 फीसदी गिरकर 140.90 रुपये पर आ गए. इन सभी शेयरों ने अपनी निचली सर्किट सीमा को पार कर लिया.
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