मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ सदन में प्रातः योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए लोगों से योग को अपने दिनचर्या में अनिवार्य रूप से शामिल करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमित योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है और मन की एकाग्रता बढ़ती है।
जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है स्वस्थ रहना
मुख्यमंत्री बघेल अपने संदेश में कहा है कि जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है स्वस्थ रहना। योग मनुष्य की शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है। हम भी अपने जीवन में योग को जोड़े और रोग दूर भगाएं। योग सिर्फ कसरत नहीं है, बल्कि ये एक ऊर्जा के रूप में काम करता है। आप योग को अपनाकर पूरी उम्र सेहतमंद और बीमारियों से बचे रह सकते हैं।
कोरोना काल में यह स्पष्ट हो गया है कि केवल धन-संपदा ही महत्वपूर्ण नही है, बल्कि स्वस्थ तन और स्वस्थ मन दोनों की आवश्यकता होती है। इसलिए तंदुरूस्त रहने के लिए नियमित योग बहुत जरूरी है। योग हमारी प्राचीन परंपरा है। यदि हम सब नियमित रूप से योग करें तो तन भी स्वस्थ रहेगा और मन भी स्वस्थ रहेगा। जीवन में सकारात्मकता आएगी। इसलिए योग नियमित करें, इसका लाभ उठाएं। श्री बघेल ने कहा कि तन और मन दोनों स्वस्थ रहेंगे तो हम किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में हमने सिर्फ भौतिक साधनों को ही सफलता का पैमाना मान लिया है, जबकि स्वस्थ तन और स्वस्थ मन के बिना हर सफलता अधूरी है। कोरोना-संकट के दौर में योग की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है। तन-मन से चुस्त-दुरुस्त रहकर ही हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपने को तेजी से साकार कर सकते हैं।
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