रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अभी भी जारी है। वहीं रूस के मिसाइल हमले के कारण यूक्रेन के मॉल में भीषण आग लग गई, जिसके कारण 16 लोगों की मृत्यु हो गई। जबकि करीब 60 से अधिक लोग घायल हो गए है। गवर्नर ने न्यूज एजेंसी एएफपी को जानकारी देते हुए बताया। यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने हमले के बाद बताया कि हवाई हमले के वक्त मॉल में पहले 1,000 लोग मौजूद थे।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, ” सौभाग्य से जहां तक हम जानते हैं, उस समय बहुत से लोग बाहर निकलने में कामयाब रहे। लेकिन अंदर भी काफी लोग मौजूद थे, जिनमें कुछ विजिटर भी थे।” वहीं सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार ज़ेलेंस्की ने अपने वीडियो संबोधन में हमले को “यूरोपीय इतिहास के सबसे उग्र आतंकवादी हमलों में से एक” कहा। उन्होंने कहा, “एक शांतिपूर्ण शहर, अंदर महिलाओं, बच्चों, आम नागरिकों के साथ एक साधारण शॉपिंग मॉल, और उसपर हमला।”
रूस ने युद्ध केंद्र से काफी दूर यूक्रेन में एक साइट को निशाना बनाया गया है। यह हमला तब हुआ जब G-7 के नेता जर्मनी में एक शिखर सम्मेलन में मिल रहे थे, जो ज्यादातर रूस के आक्रमण के लिए पश्चिमी प्रतिक्रिया के समन्वय के लिए तैयार थे।
ब्रिटेन की पीए समाचार एजेंसी ने बताया कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने उस बैठक में कहा कि हमले ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की “क्रूरता और बर्बरता की गहराई” को दिखाया है। उन्होंने कहा, “इस भयानक हमले ने एक बार फिर क्रूरता और बर्बरता की गहराई को दिखाया है, जिसमें रूसी नेता (राष्ट्रपति पुतिन) डूब जायेंगे।”
यूक्रेन के विदेश मंत्री ड्माईत्रो कुलेबा ने ट्वीट कर रूस को मानवता के लिए कलंक बताया। उन्होंने कहा, “क्रेमेनचुक में सैकड़ों नागरिकों के साथ एक बड़ा शॉपिंग मॉल रूसी हमले की चपेट में आ गया है। रूस मानवता के लिए कलंक है और इसके परिणाम भुगतने होंगे। इसकी प्रतिक्रिया के रूप में यूक्रेन के लिए अधिक भारी हथियार, रूस पर अधिक प्रतिबंध और रूस छोड़ने वाले अधिक व्यवसायों की होनी चाहिए।”
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