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गुरू पूर्णिमा कार्यक्रम में शामिल हुई – डाॅ. लक्ष्मी ध्रुव

सिहावा। शंभू शक्ति स्वास्थ्य एवं सामाजिक सेवा संस्थान ग्राम बांधा द्वारा आयोजित गुरू पूर्णिमा कार्यक्रम में सिहावा विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं उपाध्यक्ष मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकारण डाॅ लक्ष्मी धु्रव शामिल हुई। विधायक ने अपने उदबोधन में कहा कि गुरु पूर्णिमा सनातन धर्म संस्कृति है। आदिगुरु परमेश्वर शिव दक्षिणामूर्ति रूप में समस्त ऋषि मुनि को शिष्य के रूप शिवज्ञान प्रदान किया था। उनके स्मरण रखते हुए गुरुपूर्णिमा मानाया जाता है। गुरु पूर्णिमा उन सभी आध्यात्मिक और अकादमिक गुरुजनों को समर्पित परम्परा है जिन्होंने कर्म योग आधारित व्यक्तित्व विकास और प्रबुद्ध करने बहुत कम अथवा बिना किसी मौद्रिक खर्चे के अपनी बुद्धिमता को साझा करने के लिए तैयार हों। यह पर्व हिन्दू बौद्ध और जैन अपने आध्यात्मिक शिक्षकों अधिनायकों के सम्मान और उन्हें अपनी कृतज्ञता दिखाने के रूप में मनाया जाता है।

आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन गुरु पूजा का विधान है। गुरु पूर्णिमा वर्षा ऋतु के आरम्भ में आती है। ये चार महीने मौसम की दृष्टि से भी सर्वश्रेष्ठ होते हैं। न अधिक गर्मी और न अधिक सर्दी। इसलिए अध्ययन के लिए उपयुक्त माने गए हैं। जैसे सूर्य के ताप से तप्त भूमि को वर्षा से शीतलता एवं फसल पैदा करने की शक्ति मिलती हैए वैसे ही गुरु.चरणों में उपस्थित साधकों को ज्ञान शान्ति भक्ति और योग शक्ति प्राप्त करने की शक्ति मिलती है। गुरु तथा देवता में समानता के लिए एक श्लोक में कहा गया है कि जैसी भक्ति की आवश्यकता देवता के लिए है वैसी ही गुरु के लिए भी। बल्कि सद्गुरु की कृपा से ईश्वर का साक्षात्कार भी संभव है। गुरु की कृपा के अभाव में कुछ भी संभव नहीं है। उक्त कार्यक्रम के अवसर पर पीसीसी सदस्य लखन लाल धु्रव, रूद्रप्रताप नाग विधायक प्रतिनिधि, माखन भरेवा वरिष्ठ कांग्रेसी, डोमार सिंह धु्रव, उत्तरा मरकाम सरपंच ग्राम पंचायत बांधा, दशरथ नेताम, देवसिंग कांगे, भानू मण्डावी, रामलाल कुंजाम, गिरवर मरकाम, ओंकार मरकाम, कांति धु्रव एवं अन्य ग्रामीणों के उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

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