रायपुर। छत्तीसगढ़ एजी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए अकाउंटेंट जनरल बिल्डिंग में पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जहां आडिट की कार्यप्रणाली व बारीकियों से अवगत कराया गया।
इसके अंतर्गत दक्षता आडिट, नमूना, पंचायती राज संस्थाओं, नगरीय निकायों तथा अन्य आडिट के अधीन निकायों में प्रचलित विभिन्न योजनाओं के आडिट पर जानकारी दी गई। वहीं पंचायती राज संस्थाओं में 14वें एवं 15वें वित्त आयोग द्वारा आबंटित राशि की आडिट के संबंध में नवाचार और उसके अंतर्गत वर्तमान में अंकेक्षण की नवीन पद्धतियों की जानकारियां दी गई।
अकाउंटेंट जनरल के सीनियर अकाउंटिंग आडिट अधिकारियों एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी बारीकियों की जानकारियां दी।
आडिट के दौरान प्रकाश में आई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं जैसे प्रणाली में कमियां,
नियमों की गंभीर अवहेलना और धोखा-धड़ी पर की जाने वाली कार्यवाही की प्रक्रिया का प्रशिक्षण पर चर्चा की गई।
बताया गया कि लोक निर्माण लेखों की परीक्षा किस प्रकार से की जाए, वेतन निर्धारण तथा पेंशन प्रकरणों की जांच में होने वाली व्यवहारिक कठिनाइयों से संबंधित तथा वस्तु सेवा कर (जीएसटी) एवं आयकर से संबंधित आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के अंतिम दिवस अकाउंटेंट जनरल कार्यालय में छत्तीसगढ़ राज्य आडिट के अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रिंसिपल अकाउंटेंट जनरल दिनेश रायभानजी पाटिल एवं राज्य आडिट के संचालक अनुराग पांडेय ने मार्गदर्शन दिए।