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राजनीतिक मामलों की समिति में भूपेश का पलड़ा भारी

रवि भोई
रायपुर। कांग्रेस हाईकमान ने छत्तीसगढ़ के लिए पहली दफे राजनीतिक मामलों की समिति बनाई है। कांग्रेस हाईकमान ने समिति में असंतुष्ट मंत्री टीएस सिंहदेव को जगह दी है, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। समिति में भूपेश बघेल के करीबी गिरीश देवांगन को जगह मिलना इसका संकेत है। राजनीतिक मामलों की समिति के गठन की सूचना 16 अगस्त को जारी की गई है।

राजनीतिक मामलों की समिति पूर्व में गठित समन्वय समिति की जगह लेगी। बताया जाता है कि समन्वय समिति की बैठक साढ़े तीन साल में केवल एक बार ही हुई। विधानसभा चुनाव के डेढ़ साल पहले गठित राजनीतिक मामलों की समिति के संयोजक प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया होंगे। समिति में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम तो हैं ही। मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ समिति में मंत्री अमरजीत भगत, शिव कुमार डहरिया और ताम्रध्वज साहू भी हैं।

पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक सत्यनारायण शर्मा तथा धनेन्द्र साहू को भी जगह दी गई है। मंत्री अमरजीत भगत, शिव कुमार डहरिया और ताम्रध्वज साहू तो भूपेश बघेल के साथ हैं। सत्यनारायण शर्मा तथा धनेन्द्र साहू के बारे में कहा जा रहा है कि वे दोनों तटस्थ भूमिका में रहेंगे। ऐसे में समिति में सिंहदेव और मरकाम की जोड़ी बनती भी है तो भूपेश बघेल और चार अन्य एक साथ रह सकते हैं।

राजनीतिक मामलों की समिति में प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष, मुख्य संगठक सेवादल के अलावा युवक कांग्रेस और एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विशेष आमंत्रित होंगे। छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिव और छत्तीसगढ़ से अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव पदेन सदस्य होंगे। कहा जा रहा है कि यह समिति राज्य के राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा कर नीतिगत फैसला करेगी।

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