विंध्येश्वर शरण सिंहदेव “विंकी” सूरजपुर जिले में कांग्रेस की नई पहचान बनाने और उसे शक्ति देने वाले के तौर पर जाने जाते हैं। वे सूरजपुर कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष व पूर्व जिला पंचायत सदस्य हैं। विंकी बाबा के नाम से लोकप्रिय विंध्येश्वर शरण सिंहदेव ने 15 साल तक भाजपा शासन में सूरजपुर जिले में कांग्रेस को मजबूती देने का काम किया। कम उम्र में ही राजनीति में कदम रखने वाले विंध्येश्वर कांग्रेस के तेज तर्रार नेता होने के साथ मिलनसार व वाकचातुर्य भी कहे जाते हैं।विंध्येश्वर जैसे नेता को सूरजपुर जिले के कांग्रेस कार्यकर्त्ता किसी निगम-मंडल में अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं। अपनी मंशा के अनुरूप जिले के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने हाईकमान और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से विंध्येश्वर शरण सिंहदेव को निगम मंडल में जगह दिए जाने की मांग की है। विंध्येश्वर जैसे युवा और जुझारू नेता को अब तक उनकी योग्यता और क्षमता के अनुरूप पद व सम्मान न मिलने पर कार्यकर्ताओं में निराशा भी दिख रही है।
कहते हैं सूरजपुर जिले में कांग्रेस में नई जान फूंकने का श्रेय विंध्येश्वर को जाता है। उन्होंने ऐसे समय सूरजपुर कांग्रेस को थामा , जब वह रसातल पर जा पहुंचा था और जिले में भाजपा के दिग्गज नेताओं की तूती बोलती थी। विंध्येश्वर ने संगठन को मजबूत करने के साथ 2010 में सूरजपुर क्षेत्र क्रमांक 14 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और भाजपा के गढ़ में पांच हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज कर भाजपा को चिंता में डाल दिया था। जिले में उनके समर्थक कहते हैं लगातार भाजपा शासन के खिलाफ अकेले आवाज उठाते रहने वाले और राजनीतिक लड़ाई लड़ने वाले इस युवा नेता को निगम-मंडल में जगह तो मिलनी ही चाहिए। अब तक उन्हें पद नहीं मिलना अचरज का विषय है।
विंध्येश्वर किसानों के मार्गदर्शक भी हैं , वे आधुनिक व प्रगतिशील किसान होने के साथ उनके हर दुख-सुख में आगे रहने वाले नेता हैं। वे किसानों को आधुनिक खेती के गुर बताते हैं तो दूसरी तरफ उनके स्वास्थ्य की भी चिंता करते हैं। उन्होंने प्रेमनगर क्षेत्र गांवों में फ्लोराइडयुक्त पानी से ग्रामीणों को आ रही स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को दूर करने और शुद्घ पेयजल की व्यवस्था कराई। रामानुजगनगर के आमगांव व पंपापुर में 20-20 लाख के स्टाप डेम में हुए घोटाले की जानकारी तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल को दी थी। शिकायत के बाद केंद्रीय जांच टीम पहुंची थी। मामले की शिकायत राष्ट्रपति तक पहुंची और संबंधितों पर आपराधिक प्रकरण भी दर्ज हुआ। वर्तमान केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह के क्षेत्र में हुए इस बड़े घोटाले की पोल खोलने वाले विंध्येश्वर काफी चर्चा में आए गए थे। इसके बाद लगातार कई चुनाव में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई और कांग्रेस को मजबूत किया। अपनी कार्यशैली और जनता से सीधे जुड़ाव को लेकर चर्चा में रहने वाले विंध्येश्वर शरण सिंहदेव को निगम- मंडल और आयोग में जगह दिए जाने की मांग करते हुए क्षेत्र के 137 जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर कर मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा है। विंध्येश्वर शरण सिंहदेव प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के चचेरे भाई हैं।