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कोविशील्ड और कोवैक्सीन का टीका लगवाने के बाद इतने प्रतिशत भारतीयों में दिखा मामूली रिएक्शन

कोरोना महामारी शुरू होने के बाद दुनियाभर के वैज्ञानिकों के अनुसार इस संक्रमण से बचने का सबसे कारगर उपाय है कोरोना का टीका लगवाना. भारत में साल 2021 की शुरुआत के साथ ही 15 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया था. टीकाकरण की शुरुआत में देश में दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन थी. लोकल सर्कल के सर्वे से यह पता चला है कि 70%  भारतीयों के कोविशील्ड की पहली डोज लेने के बाद और 75% लोगों की दूसरी डोज लेने के बाद या तो मामूली रिएक्शन हुआ या बिलकुल भी रिएक्शन नहीं हुआ.

वहीं लोकल सर्वे के मुताबिक कोवैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद 64%  लोगों में मामूली रिएक्शन देखा गया और 78% प्रतिशत लोगों में दूसरी डोज के बाद मामूली या बिलकुल भी कोई रिएक्शन नहीं हुआ है.

इसके साथ ही सिर्फ 4% लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन लेने के बाद कोरोना का संक्रमण हुआ है. इसके साथ ही कोवैक्सीन लेने के बाद केवल 2% लोगों में कोरोना संक्रमण देखा गया है. बता दें कि इस रिपोर्ट से यह साफ पता चल रहा है कि कोरोना संक्रमण और उसके गंभीर मामलों को कंट्रोल करने में टीका बेहद कारगर साबित हो रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के मुताबिक कोरोना से लड़ने का सबसे कारगर उपाय अबतक कोरोना वैक्सीन ही है. यह व्यक्ति को गंभीर संक्रमण से बचाने में मदद करता है.

आपको बता दें कि कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड ने बनाया है और भारत में इसका उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) कर रहा है. वहीं कोवैक्सीन जो पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन है और इसका उत्पादन के भारत बायोटेक (Bharat Biotech) कंपनी कर रही है. कोरोना का टीका लेने के बाद कुछ लोगों में मामूली रिएक्शन जैसे बुखार आना, हाथों में दर्द और शरीर में दर्द जैसी शिकायतें देखी गई है, लेकिन यह मामूली रिएक्शन टीका लगवाने के 24 से 48 घंटे के बीच ठीक हो जाता है.

 

 

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