टोक्यो पैरालिंपिक में भारत के पैरा-शूटर सिंहराज अडाना ने ब्रॉन्ज मेडल जीत इतिहास रच दिया है. अडाना ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल P1 इवेंट में ये ब्रॉन्ज मेडल जीता है. इसके साथ ही इन पैरालिंपिक खेलों में भारत की मेडल संख्या आठ हो गई है. जो कि पैरालिंपिक खेलों के इतिहास में उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
असाका शूटिंग रेंज में खेले गए फाइनल में सिंहराज अडाना और चीन के लू शीयोलोंग के बीच अंतिम पलों तक कड़ा संघर्ष देखने को मिला. लेकिन अंत में सिंहराज ने दबाव के बीच शानदार खेल का प्रदर्शन किया और 216.8 के स्कोर के साथ ब्रॉन्ज मेडल पर निशाना साधा. ये टोक्यो पैरालिंपिक के निशानेबाजी इवेंट में भारत का दूसरा मेडल हैं. इससे पहले कल भारत की 19 वर्षीय पैरा-शूटर अवनि लेखरा ने गोल्ड मेडल जीत इतिहास रचा था. अवनि पैरालिंपिक में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट हैं.
इस से पहले 10 मीटर एयर पिस्टल P1 इवेंट के क्वॉलिफिकेशन राउंड में भारत के पैरा-शूटर मनीष नरवाल ने टॉप पोजिशन हासिल की थी. जबकि सिंहराज अडाना ने छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वॉलिफाई किया था. नरवाल हालांकि फाइनल में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए और दूसरे राउंड के बाद ही बाहर हो गए.
सिंहराज अडाना ने फाइनल में बेहतर शूटिंग का प्रदर्शन किया. हालांकि उन्हें इस मुक़ाबले में चीन के लू शीयोलोंग से कड़ा संघर्ष करना पड़ा. 19वें शॉट में सिंहराज ने 9.1 का स्कोर किया और वो टॉप थ्री की रेस से बाहर हो गए. हालांकि इसके बाद उन्होंने अपने 20वें शॉट में एक बार फिर वापसी की और 9.6 अंकों के साथ एक बार फिर से ब्रॉन्ज मेडल पोजिशन हासिल कर ली. लू शीयोलोंग अपनी इस शॉट में 8.6 अंक ही जुटा सकें. इसके बाद अपने अंतिम दो शॉट में सिंहराज ने 10-10 अंकों के स्कोर के साथ ब्रॉन्ज मेडल पक्का कर लिया. चीन के चाओ यांग ने 237.9 अंकों के नए पैरालिंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड, जबकि चीन के ही जिंग हुआंग ने 237.5 अंकों के स्कोर के साथ सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया.
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