गाड़ियों की बिक्री बढ़ने के साथ ही स्टील की डिमांड भी बढ़नी शुरू हो गई है. अगस्त के अंत में कार, ट्रैक्टर और टू-व्हीलर्स की बिक्री में बढ़त दर्ज की गई. व्हेकिल मैन्यूफैक्चरिंग में तेजी आने से स्टील कंपनियों के प्रोडक्ट की मांग काफी बढ़ी है. रूरल सेक्टर में ट्रैक्टर, टू-व्हीलर्स की मांग में तेजी आने से टाटा स्टील के स्टील की मांग बढ़ी है.
कंपनी का कहना है कि स्टील की मांग प्री-कोविड पीरियड के दौरान कंपीटिटर कंपनियों की मांग के करीब पहुंच गई है. टाटा स्टील के प्रवक्ता का कहना है कि सबसे बुरा वक्त बीत चुका है. आगे कंपनी के प्रोडक्ट की और डिमांड बढ़ने की ही उम्मीद है.
सियाम के मुताबिक अगस्त, 2020 में पैसेंजर कार की बिक्री में 14.16 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई और यह 2,15,916 यूनिट्स तक पहुंच गई. अगस्त, 2020 में ही टू-व्हीलर्स की बिक्री 15,59,665 यूनिट तक पहुंच गई. अगस्त 2019 की इस अवधि के दौरान 15,1,159 यूनिट्स की बिक्री हुई थी. जिंदल स्टील ने भी कहा है कि स्टील की मांग में इजाफा हुआ है.
अगस्त में जिंदल के क्रूड स्टील की मांग पांच फीसदी बढ़ कर 13.17 लाख टन पर पहुंच गई. टोटल क्रूड स्टील प्रोडक्शन में फ्लैट प्रोडक्ट्स की मांग में 15 फीसदी का इजाफा हुआ है और यह पिछले साल के अगस्त की तुलना में इस साल के अगस्त में 15 फीसदी बढ़ गया.
व्हाइट गुड्स और ऑटो प्रोडक्ट की मांग में इजाफे की वजह से फ्लैट स्टील के दाम में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. स्टील की कीमतों में इजाफे को घरेलू मांग में बढ़त और इनपुट कीमतों में इजाफे तौर पर देखा जाता है. ट्रैक्टर और ट्रक की बिक्री में इजाफे से यह साफ हो गया है कि स्टील की डिमांड बढ़ रही है. दरअसल जिस तरह से कारों की बिक्री बढ़ रही है उसने स्टील इंडस्ट्री की उम्मीदें बढ़ा दी हैं. त्योहारों के नजदीक आने के साथ कारों की बिक्री में और इजाफे की संभावना है.