मुंबई(एजेंसी): महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरकार से मांग की है कि प्याज के निर्यात पर लगे बैन को तुरंत हटा लिया जाए. इसको लेकर फडणवीस ने केंद्रीय व्यापार मंत्री पीयूष गोयल को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से किसान आहत और दुखी हैं.
फडणवीस ने लिखा, “हमारा एक बार फिर आपसे अनुरोध है कि निर्यात पर लगी रोक तुरंत वापस ली जाए. महाराष्ट्र के प्याज की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग होती है और इससे महाराष्ट्र के किसानों को उचित दाम भी मिलता है. निर्यात पर रोक लगने से किसान काफी आहत और दुखी हैं.”
बता दें कि सरकार के इस फैसले के विरोध में मंगलवार को किसानों ने प्रदर्शन किया. महाराष्ट्र के नासिक जिले के लासलगांव और इसके आसपास के कुछ इलाकों में किसानों ने प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगाए जाने के खिलाफ मंगलवार को सड़कों उतरकर प्रदर्शन किया. नासिक को दुनिया की सबसे बड़ी प्याज मंडियों में शुमार किया जाता है.
अधिकारियों ने बताया कि किसानों ने मुंगसे, पिंपलगांव, नामपुर और उमराने बाजारों में प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने लगभग 10 हजार क्विंटल प्याज के लिए लगाई जा रही बोली रोक दी. साथ ही उन्होंने मुंबई-आगरा हाईवे समेत कई मार्गों पर यातायात रोकने का भी प्रयास किया.
एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव की कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) में मंगलवार सुबह 2,220 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से प्याज की बोली लगनी शुरू हुई, जिससे किसान नाराज हो गए. उन्होंने दावा किया कि प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगने से घरेलू बाजार में इसके दाम गिर गए हैं.
प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि सोमवार को प्याज के न्यूनतम दाम 1,100 रुपये, अधिकतम 3,209 रुपये और औसत 2,950 रुपये प्रति क्विंटल थे, जो निर्यात पर पाबंदी का फैसला लेने के कुछ ही घंटे बाद गिरकर 2,700 रह गए.
केन्द्र सरकार ने सोमवार को सभी किस्म की प्याज के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगा दी थी. इसका मकसद उपलब्धता बढ़ाना और घरेलू बाजार में प्याज के दामों पर अंकुश लगाना है.