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कल अनंत चतुर्दशी के दिन शुभ मुहूर्त में करें गणपति विसर्जन, जान लें ये नियम

बप्पा की विदाई का समय करीब आ रहा है. ऐसे में गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan) से पहले विर्सजन के नियमों के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है. 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी (Anant Chadurdashi) के दिन ही गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan) किया जाता है. इस दिन बप्पा को बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ विदा किया जाता है. गणपति के भजन (Ganpati Bhajan) और जयकारों के साथ उन्हें विदाई दी जाती है. गणपति को जल में मान-सम्मान के साथ प्रवाहित किया जाता है. शास्त्रों में बप्पा के विसर्जन (Bappa Visarjan) से पहले की जाने वाली पूजा विधि (Visarjan Puja Vidhi) का विवरण दिया गया है. साथ ही उसमें बताया गया है कि विसर्जन के समय भक्तों की किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. इसलिए गणेश विसर्जन से पहले इन बातों को अच्छे से जान लें, ताकि विसर्जन के समय कोई भूल न हो सके. आइए डालते हैं एक नजर.

गणपति विसर्जन में रखें ध्यान (Keep These Points in Mind)

1. गणेश विसर्जन से पहले बप्पा की चौकी को फूलों और लाल-पीले कपड़े आदि से अच्छी तरह सजा लें. इसके लिए उसे पहले गंगाजल या गौमूत्र से साफ करे लें.

2. गणपति विसर्जन से पहले उनकी विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करें. उन्हें उनकी प्रिय चीज का भोग लगाएं. इसके बाद भगवान श्री गणेश का स्वास्तिवाचन करें.

3. गणेश जी की आरती करें और फिर उनसे विदा लेने की प्रार्थना करें.

4. इसके बाद घर से गणेश जी की प्रतिमा ले जाते समय इस बात का ध्यान रखें कि उनका मुख घर के अंदर की ओर हो न की बाहर की ओर. घर के अंदर की तरफ भगवान की पीठ नहीं होनी चाहिए.

5. विर्सजन से पूर्व घर में स्थापित रहे बप्पा से उस दौरान जाने-अनजाने में हुई भूलों की क्षमा मांगे. इतना ही नहीं, उनसे प्रार्थना करें कि आपके घर में हमेशा सुख-समृद्धि का वास हो. आपके संकट और कष्ट दूर हो जाएं.

6. विसर्जन से पूर्व एक बार फिर जल या तालाब के पास पहुंच कर गणेश जी की आरती करें. उसके बाद उन्हें सम्मान के साथ विदा करें.

7. गणेश जी को जल में प्रवाहित करते समय ध्यान रखें कि उनकी प्रतिमा को जल में फेंके नहीं, बल्कि पूरे मान-सम्मान के साथ जल में छोड़ें.

 

 

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