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1 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र में लक्ष्मी पूजा का बन रहा है विशेष योग, धन की कमी दूर करने के लिए शुक्रवार को करें ये उपाय

पंचांग के अनुसार 1 अक्टूबर 2021, शुक्रवार को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है. इस दिन पुष्य नक्षत्र रहेगा. आश्विन मास को लक्ष्मी पूजन के लिए विशेष माना गया है. संयोग से इस दिन शुक्रवार का दिन भी है. शुक्रवार का दिन लक्ष्मी जी को समर्पित है.

लक्ष्मी जी को शास्त्रों में धन की देवी माना गया है. लक्ष्मी जी का आशीर्वाद जीवन में वैभव प्रदान करता है. कलियुग में लक्ष्मी जी का आशीर्वाद बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. लक्ष्मी जी की कृपा जब होती है तो धन से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं. 1 अक्टूबर 2021 को लक्ष्मी जी की पूजा का विशेष योग बन रहा है. इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

शिव योग में करें लक्ष्मी जी की पूजा

पंचांग के अनुसार 01 अक्टूबर को शिव योग का निर्माण हो रहा है, जो शाम 6 बजकर 36 मिनट पर समाप्त हो रहा है. शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी की पूजा सुबह और शाम को करने का विधान बताया गया है. शाम की आरती शिव योग में करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है. शिव योग को शुभ योग माना गया है. यहां योग पूजा और धार्मिक कार्यों के लिए अच्छा माना गया है. इस योग में पूजा पाठ का विशेष फल प्राप्त होता है.

पुष्य नक्षत्र – शुक्रवार को पुष्य नक्षत्र रहेगा. पुष्य नक्षत्र को अत्यंत शुभ नक्षत्र माना गया है. पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का अधिपति कहा गया है. पुष्य नक्षत्र में शुभ कार्य करने के लिए पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. इस बार शुक्रवार को पुष्य नक्षत्र में लक्ष्मी जी की पूजा का संयोग बना हुआ है. शुक्रवार के दिन इन मंत्र का जाप कर, लक्ष्मी जी को प्रसन्न कर सकते हैं-

  • ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:
  • धनाय नमो नम:
  • ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:
  • लक्ष्मी नारायण नम:
  • ॐ लक्ष्मी नम:

 

 

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