हैदराबाद: तेलंगाना के कई हिस्सों में लगातार बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. भारी बारिश के कारण सड़कों और निचले इलाकों में पानी भर गया है. बारिश के चलते कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई. मौसम विभाग ने यहां येलो अलर्ट जारी कर दिया है. जिसके बाद आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सरकार ने आज और कल दो दिनों की छुट्टी का ऐलान कर दिया है.
तेलंगाना सरकार ने सभी निजी संस्थानों/कार्यालयों/गैर-आवश्यक सेवाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम एडवाइजरी के साथ आज और कल के लिए छुट्टी का ऐलान किया है. लोगों को तब तक घर में रहने की सलाह दी गई है जब तक कि कोई इमरजेंसी न हो.
चंद्रायनगुट्टा पुलिस थाना क्षेत्र में दीवार ढहने की दो घटनाओं में एक बच्चे समेत 10 लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बुधवार को बताया कि यहां भारी बारिश के कारण इब्राहिमपट्टनम इलाके में एक पुराने मकान की छत ढह जाने से 40 साल की महिला और उसकी बेटी की मौत हो गई. मंगलवार देर रात चंद्रायनगुट्टा में एक पहाड़ से कुछ पत्थर लुढकर दो मकानों की दीवारों पर गिए गए, जिसके कारण आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए. घायलों का उपचार किया जा रहा है.
हैदराबाद से लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी शहर में बचाव प्रयासों की निगरानी कर रहे हैं. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार सुबह साढ़े आठ से रात नौ बजे तक मेडचल मल्काजगिरि जिले के सिंगापुर टाउनशिप में 292.5 मिमी बारिश हुई और यदाद्री-भोंगीर जिले के वर्केल पाल्ले में 250.8 मिमी बारिश दर्ज की गई. ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई. जीएचएमसी में 98.9 मिमी औसत बारिश हुई.
शहर में कई सड़कों और निचले इलाकों में पानी भर गया है. पुलिस दलों, एनडीआरएफ और जीएचएमसी के आपदा कार्रवाई बल (डीआरएफ) कर्मियों ने उन स्थानों से कई परिवारों को बाहर निकाला, जहां पानी भर गया था. कई इलाकों में बचाव कार्य जारी है. यहां उप्पल में जलभराव के कारण एक सरकारी बस के फंस जाने के बाद कम से कम 33 यात्रियों को बचाया गया.
भद्राद्री-कोठागुडेम जिले में जलाशयों में जलस्तर बढ़ गया है और प्रशासन ने लोगों को जलाशयों के पास नहीं जाने की सलाह दी है. मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने सभी जिला प्रशासनों को सतर्क रहने को कहा है. जीएचएमसी आयुक्त डीएस लोकेश कुमार ने जर्जर इमारतों या झोंपड़ियों में रह रहे लोगों से परिसर खाली करने की अपील की है. लोगों को सामुदायिक भवनों में अस्थायी निवास मुहैया कराया गया है.