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आर्यन खान: कैदी नंबर 956, खान परिवार ने आखिर क्यों भेजे 4500 रूपये?

क्रूज ड्रग्स केस में गिरफ्तार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को 20 अक्टूबर तक जेल की सलाखों में ही के पीछे ही रहना होगा. 20 अक्टूबर को मुंबई की सेशन कोर्ट के विशेष एनडीपीएस कोर्ट तय करेगा कि आर्यन खान को बेल मिलेगा या फिर उन्हें जेल में ही रहना होगा. आर्यन खान की मुश्किलें 2 अक्टूबर से ही बढ़ी हुई है जब क्रूज़ ड्रग्स मामले में एनसीबी ने आर्यन खान को गिरफ्तार किया है. आर्यन खान को मुंबई के आर्थर रोड जेल में रखा गया है.

आर्यन की कोरोना रिपोर्ट आई

आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट सहित अन्य आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद इन सभी आरोपियों को मुंबई के ऑर्थर रोड जेल के बैरक नंबर एक में रखा गया था. बैरक नंबर 1 कोरोना काल में एक आइसोलेशन वार्ड के तौर पर तैयार किया गया है. जब भी कोई नया कैदी जेल में आता है तो उसे 1 हफ्ते तक आइसोलेशन वार्ड यानी बैरक नंबर एक में रखा जाता है. एक हफ्ते का आइसोलेशन पूरा करने के बाद सभी आरोपियों की कोरोना जांच की जाती है.

आर्यन खान सहित ड्रग केस के सभी आरोपियों एक हफ्ते का आइसोलेशन पूरा होने के बाद कोविड-19 जांच की गई.  गुरुवार के दिन आर्यन खान सहित सभी आरोपियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई.  जिसके बाद आर्यन खान सहित सभी आरोपियों को आम कैदियों के बीच शिफ्ट किया जाना था पर सुरक्षा कारणों के चलते ड्रग्स मामले के आरोपियों के साथ आर्थर रोड जेल में बैरक में ही रखा गया है. सुरक्षा कारणों से नए बैरक नंबर का खुलासा नहीं किया गया है. इतना ही नहीं सभी कैदियों को उन्हें कैदी नंबर भी दिया गया है आर्यन खान को कैदी नंबर मिला है 956 मिला है.

बंदी नंबर 956

आर्यन खान को कैदी नंबर 956 दिया गया. इसे जेल की भाषा में बंदी नंबर कहते हैं. जेल के अंदर किसी भी कैदी को नाम न लेकर उसके नंबर से कॉल किया जाता है. अब आर्यन खान को बंदी नंबर 956 से बुलाया जाएगा. जेल के अंदर सभी विचाराधीन कैदियों को एक विशेष कैदी का नंबर दिया जाता है और आर्यन खान को 956 नंबर दिया गया है. जब तक वह जेल में रहेगा तब तक उसे इसी नंबर से बुलाया जाएगा. आर्यन खान और आरोपियों को अन्य कैदियो की तरह ही ब्लैंकेट और एक चद्दर दी गई है.

आर्यन को परिवार ने भेजे 4500 रुपए

मनी ऑर्डर के तहत आर्यन को पैसे भेजे गए हैं. 11 अक्टूबर के दिन आर्यन खान के परिवार से आर्थर रोड जेल अधिकारियों द्वारा मनी ऑर्डर प्राप्त किया गया था. जेल अधिकारियों के मुताबिक 4,500 रुपए मनी ऑर्डर प्राप्त हुआ है. यह मनी ऑर्डर आर्यन खान के कैंटीन के खर्चे के लिए था. जेल के नियमों के अनुसार, एक कैदी को केवल 4,500 प्रति माह रुपये के मनी ऑर्डर की अनुमति है.

घर के कपड़े की इजाज़त पर खाना जेल का होगा 

ऑर्थर रोड जेल के अधिकारियों के मुताबिक घर से भेजे गए कपड़ों को इस्तेमाल करने की अनुमति आर्यन खान समेत अन्य कैदियों को दी गई है. हालांकि उन्हें बाहर से या घर खाना देने की अनुमति नहीं है. इसलिए आर्यन खान और अन्य आरोपी जेल का ही खाना खा रहे है.

नही पसंद आ रहा खाना

आर्यन को मनी ऑर्डर के जरिए 4500 रुपए मिले हैं जिससे वह जेल की कैंटीन का कूपन खरीद सकते हैं. इस कूपन को देखकर आर्यन खान जेल की कैंटीन से खाने की चीजें, साबुन या इस्तेमाल की चीजें खरीद सकते हैं. जेल सूत्र बताते हैं कि आर्यन खान कैंटीन से बिस्किट, नमकीन, पानी की बिस्किट जैसी चीजें खरीद कर अपने पास रखें हुए है. आर्यन जेल का खाना सही से नहीं खा रहे हैं, यानि उन्हें वो खाना पसंद नहीं आ रहा है. आर्यन कभी कभार जेल की रोटी भी खा लेते है.

शांत पर, परेशान है आर्यन

आर्यन खान जेल में काफी परेशान से नज़र आते हैं. ज्यादातर समय आर्यन चुप-चाप बैठे रहते है. अपने साथी अरबाज़ से भी कम बातें करते है. बैरक के गलियारे से जब भी कोई गुजरता है तो आर्यन की जिज्ञासा होती है कि क्या कोई सूचना लेकर आया है. आर्यन की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है इसलिए जेल अधिकारी कई बार बैरक के चक्कर लगाते है. आर्यन कई बार जेल अधिकारियों से पूछते है कि क्या कोई मिलने आया है. जेल में कैदियों को जल्दी उठना पड़ता है और जल्द सोना होता है. आर्यन इस नई टाइम टेबल से सामंजस्य नहीं कर पा रहे है. जेल अधिकारियों ने आर्यन को कुछ मैगज़ीन भी पढ़ने के लिए दी है.

 

 

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