राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने बारिश से फसल की बर्बादी पर मुआवजे को लेकर बड़ा एलान किया है. प्रति हेक्टेयर 50 हजार के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा. अरविंद केजरीवाल ने इस बारे में बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि दिल्ली में सबसे ज्यादा मुआवजा देने का फैसला किया गया है. इस फैसले के बाद किसानों को मुआवजे का भुगतान किया जाएगा.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा- आदेश जारी कर दिया गया है कि जिन जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उनको पचास हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा- “मैंने आर्डर कर दिए हैं, सभी एसडीएम और डीएम पैमाइश कर रहे हैं. कहां-कहां फसलें बर्बाद हुई हैं इस पर काम चालू हो गया है. मुझे उम्मीद है कि दो हफ्ते के अंदर हम सारी पैमाइश और सर्वे पूरा कर लेंगे और उसके बाद डेढ़ महीने के अंदर आपका मुआवजा आपके एकाउंट में पहुंच जाएगा.”
इससे पहले, दिल्ली सरकार ने सोमवार को बताया कि उसने रोजगार बाजार 2.0 का पोर्टल विकसित करने के लिए निविदा जारी की है. यह पोर्टल कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की मदद से आपकी योग्यता और रोजगार को मैच करेगा और शहर के युवाओं को रोजगार से जुड़ी सेवाओं को प्रारंभ से लेकर अंत तक मुहैया कराएगा. उपमुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, दिल्ली सरकार के रोजगार विभाग ने इस संबंध में 14 अक्टूबर को निविदा जारी की. उसमें कहा गया है कि रोजगार बाजार 2.0 ”कौशल प्रशिक्षण, करियर गाइडेंस और कौशल के लिए साख विकसित करने आदि का साधन होगा और मोबाइल ऐप भी मुहैया कराया जाएगा.” उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगस्त 2020 में रोजगार बाजार 1.0 का लांच ”दिल्ली के बेराजगार युवकों और छोटे उद्यमों के लिए जीवनरेखा साबित हुआ.”
उन्होंने कहा, ”रोजगार बाजार के मौजूदा पोर्टल पर रोजगार पाने के इच्छुक 14 लाख से ज्यादा लोग और 10 लाख नौकरियां मौजूद हैं. भारत में किसी भी राज्य की सरकार का रोजगार मंच इतना सफल नहीं हुआ है. लेकिन हम यहीं नहीं रूकना चाहते.” सिसोदिया ने कहा कि नया पोर्टल रोजगार बाजार 2.0 देश में अपनी तरह का पहला रोजगार पोर्टल होगा.
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