प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेज की सौगात दी है. सिद्धार्थनगर में मंच से जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन आरोग्य की डबल डोज लेकर आया है. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की ये धरती देश को डॉक्टर देने वाली है. प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की सरकार पर भी जोरदार निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यूपी में भ्रष्टाचार कि साइकिल 24 घंटे चलती थी. पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार की साइकिल तो खूब चली लेकिन आम लोगों का परिवार पिसता चला गया. उन्होंने कहा कि दवाई और एंबुलेंस में भ्रष्टाचार की साइकल चली.
पीएम मोदी ने कहा कि संवेदनशील सरकार गरीबों के दर्द समझती है. उन्होंने कहा कि योगी जी ने हजारों बच्चों का जीवन बचाया है. पिछली सरकारों ने पूर्वांचल में कोई काम नहीं किया. पीएम मोदी ने सिद्धार्थनगर, एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर के मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करते हुए कहा कि पूरे यूपी और पूर्वांचल को उपहार मिला है.
इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा- एक दिन में 9 मेडिकल कॉलेज की शुरुआत कोई छोटी बात नहीं है. इन मेडिकल कॉलेज से वर्तमान और भविष्य दोनों ही पीढ़ियों को फायदा होगा. राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले उन्हें भगवान बुद्ध की मूर्ति भेंट किया.
पीएम मोदी ने लोकार्पण कार्यक्रम में चित्र प्रदर्शनी तथा माधव प्रसाद त्रिपाठी चिकित्सा महाविद्यालय के मॉडल को देखा. उन्होंने छायाचित्र प्रदर्शनी, बुद्ध का जीवन दृश्य एवं उत्खनित पुरास्थल कपिलवस्तु-एक झलक का अवलोकन भी किया. इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. यह देश के किसी प्रधानमंत्री का सिद्धार्थनगर का पहला दौरा है.
सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री मोदी अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में ‘प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना’ की शुरुआत करेंगे और वाराणसी के लिए 5,200 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे.
वे वाराणसी के लिए 5200 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना (पीएमएएसबीवाई) पूरे भारत की स्वास्थ्य देखभाल अवसंरचना को मज़बूत करने संबंधी देश की सबसे बड़ी योजनाओं में एक होगी. ये योजना,राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अतिरिक्त होगी. PMASBY का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में विशेषकर गहन चिकित्सा (क्रिटिकल केयर) सुविधाओं तथा प्राथमिक देखभाल संबंधी सार्वजनिक स्वास्थ्य अवसंरचना में मौजूद कमियों को दूर करना है. ये योजना विशेष रूप से चिन्हित 10 राज्यों के 17,788 ग्रामीण स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को समर्थन प्रदान करेगी.
इसके अलावा, सभी राज्यों में 11,024 शहरी स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित किए जाएंगे. पांच लाख से अधिक आबादी वाले देश के सभी जिलों में एक्सक्लूसिव क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक के माध्यम से गहन चिकित्सा (क्रिटिकल केयर) सेवाएं उपलब्ध होंगी, जबकि शेष जिलों को रेफरल सेवाओं के माध्यम से कवर किया जाएगा. देश भर में प्रयोगशालाओं के नेटवर्क के माध्यम से लोगों को सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में नैदानिक सेवाओं की एक पूरी श्रृंखला की सुविधा मिलेगी.
सभी जिलों में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी. PMASBY के तहत, नेशनल इंस्टिट्यूशन ऑफ वन हेल्थ, 4 नए राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, डब्लूएचओ दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए एक क्षेत्रीय अनुसंधान प्लेटफार्म, 9 जैव सुरक्षा स्तर III प्रयोगशालाएं और देश के विभिन्न क्षेत्रों में पांच नए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र स्थापित किए जाएंगे.
पीएम मोदी का सिद्धार्थ नगर दौरा-
- सिद्धार्थनगर में यूपी के 9 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन करेंगे
- 8 मेडिकल कॉलेज के केंद्र की योजना के तहत बने है
- जौनपुर मेडिकल कॉलेज को राज्य सरकार ने बनवाया है
PMASBY का लक्ष्य ब्लॉक, जिला, क्षेत्रीय और मेट्रोपॉलिटन क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर पर निगरानी प्रयोगशालाओं का एक नेटवर्क विकसित करके एक आईटी सक्षम रोग निगरानी प्रणाली का निर्माण करना है. सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं को जोड़ने के लिए एकीकृत स्वास्थ्य सूचना पोर्टल का विस्तार सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में किया जाएगा. PMASBY का उद्देश्य 17 नई सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों का संचालन करना और प्रवेश-बिंदुओं पर 33 मौजूदा सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों को मजबूत करना है, ताकि सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों तथा रोग के प्रकोपों का प्रभावी ढंग से पता लगाया जा सके, जांच व रोकथाम की जा सके और मुकाबला किया जा सके. यह किसी भी सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक अग्रिम पंक्ति के प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों को तैयार करने की दिशा में भी कार्य करेगा. उद्घाटन किए जाने वाले 9 मेडिकल कॉलेज सिद्धार्थनगर, एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर जिलों में स्थित हैं.
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