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गुरु प्रदोष आज : शिव पूजा करने से शत्रुओं पर मिलेगी विजय,करें शिव मंत्र का जाप

आज आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि, पूर्वभाद्रपदा नक्षत्र, ध्रुव योग, बलव करण, गुरुवार दिन और पूर्व दिशाशूल है. आज अक्टूबर का अंतिम प्रदोष व्रत है. यह गुरुवार को होने की वजह से गुरु प्रदोष व्रत है. गुरु प्रदोष व्रत के दिन शिव पूजा करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. इस दिन सूर्यास्त के बाद शिव जी की पूजा की जाती है. आज प्रदोष शिव पूजा का मुहूर्त शाम 05 बजकर 41 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 15 मिनट तक है. आज पूरे दिन पंचक है. पूजा के समय भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, पुष्प, फूल, नैवेद्य, अक्षत्, गंगाजल, चंदन, धूप दीप आदि अर्पित करें. शिव मंत्र ओम नम: शिवाय का जाप करें. गुरु प्रदोष व्रत कथा सुनें और आरती करें. शिव कृपा से आपके सभी दुख दूर होंगे और दुश्मनों पर विजय प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होगा.

आज गुरुवार का दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है. आज भगवान शिव और श्रीहरि की पूजा का उत्तम दिन है. दोनों की पूजा से आप दोनों देवों की कृपा प्राप्त कर सकते हैं. भगवान विष्णु की पूजा पीले फूल, अक्षत्, पंचामृत, तुलसी के पत्ते, हल्दी, चंदन आदि से करना चाहिए. उनको गुड़ और चने की दाल का भोग लगाना चाहिए. आप बेसन के लड्डू भी चढ़ा सकते हैं. गुरुवार को विष्णु स्तोत्र का पाठ करने से लाभ होता है. गुरुवार को देव गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप करने से कुंडली का गुरु दोष दूर होगा. चने की दाल, पीले कपड़े, हल्दी, पीतल के बर्तन आदि का दान करने से गुरु ग्र​ह मजबूत होता है. पंचांग से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, पंचक, राहुकाल, दिशाशूल आदि.

 

26 अक्टूबर 2023 का पंचांग
आज की तिथि – आश्विन शुक्ल द्वादशी
आज का नक्षत्र – पूर्वभाद्रपदा
आज का करण – बलव
आज का पक्ष – शुक्ल
आज का योग – ध्रुव
आज का वार – गुरुवार
आज का दिशाशूल- पूर्व

 

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