छत्तीसगढ़ में गांव-गांव परम्परागत खेलों की प्रतियोगिता अब तीसरे चरण में पहुंच गई है। जहां खेलों का आयोजन विकासखण्ड और नगरीय क्लस्टर स्तर पर हो रहा हैं। इन खेलों में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बड़े उत्साह से हिस्सा ले रहे हैं। यह चरण आगामी 10 नवंबर तक चलेगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर आयोजित किए जा रहे छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के पहले और दूसरे चरण में ग्रामीण और शहरी खेल प्रतिभाओं को मंच मिला। इन चरणों में खेल प्रतिभाओं को निखारने का अवसर मिला। इन खेलों के आयोजन से लोगों को पारंपरिक खेल से जुड़ने और जोड़ने का मौका मिल रहा है। इससे राज्य में खेलों के लिए बेहतर वातावरण का निर्माण हो रहा है।
नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजित होगी प्रतियोगिता
6 चरणों में आयोजित किए जा रहे छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में लेवल-01 राजीव युवा मितान क्लब एवं लेवल- 02 जोन स्तर के सफल आयोजन के बाद लेवल-03 विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तर और इसके बाद जिला, संभाग और राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं होंगी। ग्रामीण क्षेत्र में लेवल 03 की प्रतियोगिता जोन स्तरीय प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागी या दल के मध्य आयोजित की जाएगी। प्रत्येक खेल से विजेता प्रतिभागी या दल का आयुवार एवं वर्गवार जिला स्तरीय प्रतियोगिता में सम्मिलित होंगें। वहीं नगरीय क्लस्टर की प्रतियोगिता में जिन जिलों में नगर निगम हैं वहां पर प्रतियोगिता नगर निगम पालिक निगम मुख्यालय पर नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजित होगी, जो विकासखंड स्तर के समतुल्य माना जाएगा।
जिले के सभी नगर पंचायतों तथा नगर पालिका क्षेत्र के जोन स्तर के विजेता सम्मिलित रूप से वर्चुअल नगर पालिक निगम क्षेत्र में समाहित मानते हुए किसी उपयुक्त नगरीय निकाय में आयोजित वर्चुअल नगर पालिक निगम में निगम स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेंगें। प्रत्येक खेल से विजेता प्रतिभागी या दल का आयुवार एवं वर्गवार जिला स्तरीय प्रतियोगिता में सम्मिलित होंगे।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में 14 खेलों को शामिल किया गया है। इसके तहत दलीय खेल में गिल्ली डंडा, पिट्टुल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा) और एकल खेल में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मी. दौड़ तथा लंबी कूद की प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जा रही हैं।
यह भी पढ़ें:- विशेष पिछड़ी जनजाति के 80 युवाओं को मिली शासकीय नौकरी
2 Comments
Comments are closed.