भारत समेत दुनिया भर में कोविड संकट ने गोल्ड के दाम काफी बढ़ा दिए हैं. ग्लोबल मंदी ने एक सुरक्षित निवेश के प्रति गोल्ड का आकर्षण बढ़ाया लेकिन इस वजह से यह महंगा हो गया. इसका महंगा होने इसे आम उपभोक्ता से दूर कर रहा है. लिहाजा आम खरीदार गोल्ड नहीं खरीद पा रहा है. इस हालात ने ज्वैलरी और गोल्ड दोनों की डिमांड घटा दी है.
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा, गोल्ड की डिमांड कम
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक जुलाई से सितंबर की तिमाही में भारत में गोल्ड की डिमांड 30 फीसदी घट गई. वर्ल्ड काउंसिल के मुताबिक जुलाई से सितंबर के बीच देश में सोने की मांग 30 फीसदी घट कर 88.6 टन पर आ गई. इसके साथ ही इस अवधि में ज्वैलरी की मांग 48 फीसदी घट कर 52.8 टन हो गई. पिछले साल इस तिमाही में गोल्ड की मांग 101.6 टन थी.
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक जुलाई से सितंबर महीने में ज्वैलरी की मांग 29 फीसदी घट कर 24,100 करोड़ रुपये की रह गई. हालांकि इस दौरान गोल्ड में निवेश के लिए सोने की डिमांड 33.8 टन रही.पिछले साल जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान निवेश के लिए सोने की डिमांड 22.3 टन रही थी. काउंसिल का कहना है कि भारत में त्योहारी सीजन अभी बाकी है. इसलिए हो सकता है कि आने वाले महीनों में सोने की डिमांड में बढ़ोतरी हो और खरीदारी में इजाफा दिखे. शादी-ब्याह का सीजन भी शुरू होगा. इस सीजन में भी सोने की डिमांड में इजाफा देखने को लगा. इससे गोल्ड की कीमतों पर भी असर पड़ सकता है.