चीन और भारत- दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनाव के बावजूद चीन का एंट ग्रुप पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी नहीं बेचेगा. एंट ग्रुप ने कहा है कि वह one97 कम्यूनिकेशन में अपनी हिस्सेदारी नहीं बेचना जा रहा है. भारत में one97 कम्यूनिकेशन ई-पेमेंट प्रोवाइडर पेटीएम का संचालन करती है.
बुधवार को एंट ग्रुप ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की इस खबर का खंडन किया था कि यह पेटीएम में अपनी 37 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की सोच रहा है. एंट ग्रुप ने ट्विटर पर कहा कि रॉयटर्स की खबर सही नहीं है. एंट ग्रुप का पेटीएम की पैरेंट एंटिटी यानी one97 कम्यूनिकेशन में 5 अरब डॉलर का निवेश है. एंट ग्रुप को पहले एंट फाइनेंशियल के नाम से जाना जाता है जो चीनी बिलिनेयर जैक मा का समूह है. इस बीच, पेटीएम ने भी कहा है कि एंट ग्रुप उसकी कंपनी में मौजूद अपनी हिस्सेदारी नहीं बेचने जा रहा है.
पेटीएम ने कहा कि रॉयटर्स की खबर सही नहीं है. पेटीएम के प्रवक्ता का कहना है कि ऐसी खबरें सही नहीं है. अभी तक हिस्सेदारी बेचने के सवाल पर चार बड़े स्टेकहोल्डर्स से कोई बात नहीं हुई है. भारतीय बाजार में पेटीएम का मुकाबला गूगल पे, वॉलमार्ट के फोन पे और अमेजन के अमेजन पे से मुकाबला है. इनके तहत यूपीआई, वॉलेट और मर्चेंट कॉमर्स की सेवाएं दी जा रही हैं.
पेटीएम बैंक एंटिटी का टॉप बैंक और पेमेंट गेटवे से मुकाबला है. दूसरी ओर ऑफलाइन मर्चेंट स्पेस में इसका मुकाबला पाइन लैब से है. पेटीएम इस समय 16 अरब डॉलर की कंपनी है. एक साल पहले इसमें निजी फंडिंग हुई थी, जिसके बाद इसकी वैल्यूएशन बढ़ गई.