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लोकसभा में फिर उठी देवभोग को रेल मार्ग से जोड़ने की मांग

० ध्यानाकर्षण में महासमुंद लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू ने रखा अपना पक्ष

गरियाबंद। लोकसभा के शीतकालीन सत्र में एक बार फिर से जिले के अंतिम छोर में बसे देवभोग को रेलमार्ग से जोड़ने की मांग उठी है। इसे लेकर महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने बुधवार को सत्र में ध्यानाकर्षण के दौरान मामला उठाया। सांसद ने नियम 377 के अधीन मामला उठाते हुए देवभोग और जिला मुख्यालय गरियाबंद को रेलमार्ग से जोड़ने की मांग रखी।

उल्लेखनीय है कि गरियाबंद जिले, विशेषकर देवभोग को रेल मार्ग से जोड़ने की मांग वर्षो से उठते रही है। इसे लेकर पूर्व में कई लोकसभा मंें सर्वे की मांग कीग गई। एक बार फिर लोकसभा में रेलमार्ग का मुद्दा उठा है। हालाकि इस बार इसे लेकर कार्यवाही की प्रबल संभावना नजर आ रही है। कारण कि ओडिशा में जुनागढ़ तक रेल मार्ग आ चुकी है जिसकी देवभोग से दूरी महज 25 किमी है वही रायपुर से राजिम तक रेलमार्ग का काम जारी है जिसे राजिम से गरियाबंद 45 किमी दूर आगे बढ़ाया जा सकता है।

जूनागढ़ से देवभोग तक बढ़ाना आसान

जानकारी के मुताबिक लोकसभा सत्र के तीसरे दिन 6 दिसम्बर को सांसद चुन्नीलाल साहू ने ध्यानाकर्षण के दौरान गरियाबंद जिले को रेलमार्ग से जोड़ने का प्रश्न उठाया है। नियम 377 के अधीन अपनी मांग रखते हुए सांसद ने कहा है कि गरियाबंद जिला मुख्यालय से 127 किमी दूर देवभोग विकासखंड सीमावर्ती उड़ीसा राज्य के जूनागढ़ रेलमार्ग में जोड़ने से क्षेत्र के लोगों को राजधानी रायपुर आने जाने एवं शिक्षा, चिकित्सा या व्यापार से जोड़ने में सुविधा होगी। ओडिशा के धरमजयगढ़ और जूनागढ़ तक रेलमार्ग आ चुका है। यहां से देवभोग की दूरी महज 25 किमी है। राजधानी रायपुर से जूनागढ तक प्रतिदिन पेसेंजर ट्रेन संचालित है। जिसे देवभोग तक आसानी से बढ़ाया जा सकता है। यह क्षेत्र पूर्वी-तटीय रेल अंतर्गत आता है। इसके बनने से इस क्षेत्र के लोगो को सुविधा मिलेगी।

राजिम से गरियाबंद तक बड़ी लाइन संभव

इसके अलावा सांसद ने राजधानी रायपुर से गरियाबंद जिले के राजिम तक प्रगतिरत रेलमार्ग को राजिम से आगे जिला मुख्यालय गरियाबंद तक बढ़ाने की मांग रखी। सांसद ने कहा कि रायपुर से राजिम छोटी लाइन से बड़ी लाइन परिवर्तित करने का कार्य प्रगतिरत है। इसे गरियाबंद तक आगे बढ़ाने से गरियाबंद जिला मुख्यालय भी सीधे राजधानी रायपुर से रेलमार्ग से जुड़ जाएगा। इससे गरियाबंद से रोजाना राजधानी जाने वाले हजारो लोगो को राहत मिलेगी। आर्थिक लाभ भी मिलेगा। व्यापार व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा।

रिजर्व एरिया के चलते बाधा
मालूम को गरियाबंद जिले में मैनपुर विकासखंड में उदंती अभ्यारण्य तथा सघन वन व टाईगर रिजर्व एरिया कोर क्षेत्र) होने के चलते यहां नेशनल हाईवे रायपुर देवभोग का कार्य भी पर्यावरण विभाग से अनुमति के प्रत्याशी में लंबित है, निर्माण कार्य में विलंब हो रहा है। जिसे देखते हुए देवभोग को जूनागढ़ रेलमार्ग से जोड़े जाने से लोगो को राजधानी आने जाने में राहत मिलेगी। ज्ञात हो कि इसके पहले भी सांसद चुुन्नीलाल साहू ने रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव से व्यक्तिगत रूप से मिलकर गरियाबंद जिले एवं देवभोग को रेलमार्ग से जोड़ने की मांग रखी थी।

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