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छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय पुरस्कार से फिर होगा सम्मानित: ’मोर मयारू गुरूजी’ कार्यक्रम को 19 दिसम्बर को मिलेगा स्कोच अवार्ड

० महिला बाल विकास मंत्री और छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष नई दिल्ली में ग्रहण करेंगी पुरस्कार

० छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के उल्लेखनीय कार्य के लिए नई दिल्ली में किया जाएगा सम्मानित

रायपुर।छत्तीसगढ़ को फिर एक बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा संचालित मोर मयारू गुरूजी कार्यक्रम के लिए नई दिल्ली में 19 दिसंबर को आयोजित कार्यक्रम में स्कोच अवार्ड (सिल्वर) से नवाजा जाएगा। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया और राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती तेजकुंवर नेताम यह पुरस्कार ग्रहण करेंगी। स्कोच संस्था द्वारा नामांकन से लेकर अंतिम चरण तक लगभग 7 स्तरों पर चरणबद्ध तरीके से मूल्यांकन करने के बाद यह सम्मान दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि मोर मयारू गुरूजी कार्यक्रम के माध्यम से आयोग ने प्रदेश के लगभग 2 हजार शिक्षकों को प्रशिक्षित किया है। आयोग के ‘मोर मयारू गुरूजी‘ कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षकों को बाल अधिकारों की रक्षा के लिए खेल एवं अन्य गतिविधियों के माध्यम से रोचक तरीके से अध्ययन-अध्यापन का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस कार्यक्रम को रोचक तरीके से डिजाईन किया गया है। इसकी अवधि मात्र 2 से 3 घण्टे ही रखी गई है, जिससे शिक्षक इसे आसानी से ग्रहण कर सकें। आयोग का यह मानना है कि एक शिक्षक और बच्चे का संबंध 5 वर्ष से 12 वर्ष तक रहता है और इस बीच शिक्षक के व्यक्तित्व का बच्चों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए बाल अधिकार सहित शिक्षकों द्वारा बच्चों से वार्तालाप करते समय और पढ़ाते समय किन बातों पर जोर देना है और किन कमियों को सुधारना है, इन सभी विषयों को मोर मयारू गुरूजी कार्यक्रम में शामिल किया गया है।

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