केंद्र सरकार स्कूलों के माध्यम से 9 से 14 साल तक की आयु की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर के टीके उपलब्ध कराएगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को इस बारे में सूचित किया है। हर एक जिले में 5वीं से 10वीं कक्षा में नामांकित लड़कियों की संख्या का मिलान शुरू करने के लिए कहा है। सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित HPV Vaccine अगले साल अप्रैल-मई तक उपलब्ध हो सकेगी।
क्या है सर्विकल कैंसर
मायो क्लिनिक के मुताबिक जैसा कि नाम से ही समझा जा सकता है कि सर्विकल कैंसर सर्विक्स यानी गर्भाशय ग्रीवा से शुरू होता है। सीधे शब्दों में कहें तो महिलाओं में बच्चेदानी के मुंह के पास कैंसर कोशिकाएं फैलनी शुरू होती है। इसलिए इसे बच्चेदानी के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। अधिकांश मामलों में इसके लिए ह्यूमन पेपिलोमावायरस जिम्मेदार होता है। एचपीवी यौन संचरित इंफेक्शन है। 30 साल की उम्र के बाद यह बीमारी किसी भी महिला को हो सकती है। जब एचपीवी का हमला होता है तब बॉडी का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाताहै।
सर्विकल कैंसर के लक्षण
सर्विकल कैंसर के शुरुआती लक्षण नहीं दिखते हैं। एडवांस स्टेज में ही इसके लक्षण दिखाई देते हैं। आमतौर पर इस स्टेज में यौन संबंध के बाद या पीरियड्स के बीच में या मेनोपॉज के बाद वेजाइनल ब्लीडिंग होता है। इसके अलावा तेज बदबू के साथ डिस्चार्ज या ब्लड के साथ डिस्चार्ज हो सकता है। वहीं यूरिन पास करते समय दर्द महसूस हो सकता है।
HPV Vaccine से कैंसर से बचाव
केंद्र सरकार ने टीकाकरण के लिए स्कूलों में HPV टीकाकरण केंद्र बनाने का निर्णय लिया है। स्कूलों में माता पिता और शिक्षक के साथ बैठकों के माध्यम से अभिभावकों के बीच जागरूकता पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सरकारी और निजी स्कूल प्रबंधन बोर्डों के साथ समन्वय करने को कहा गया है।
स्कूल शिक्षा और साक्षरता मंत्रालय के सचिव संजय कुमार और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने HT को बताया कि सर्वाइकल कैंसर एक रोकथाम योग्य और इलाज योग्य बीमारी है। इससे यह फायदा होगा कि बीमारी का जल्द पता चल जाए और प्रभावी रूप से इसका इलाज किया जा सके।
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