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हमर संस्कृति हमर पहचान के लिए गरियाबंद की कनक केदारकंठा में 12500 फिट की ऊंचाई में लहराएगी तिरंगा

० नपा अध्यक्ष गफ्फु मेमन ने सम्मानित कर दी बधाई

गरियाबंद। हमर संस्कृति हमर पहचान और छत्तीसगढ़ के मान सम्मान के लिये गरियाबंद की बेटी कनकलता केदारकंठा की 12500 फिट की ऊँचाई पैदल चढ़ने जा रही। शुक्रवार को वह गरियाबंद से केदार कंठा के लिए रवाना हुई। इस दौरान गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन और सभापति वंश गोपाल सिंह ने उसे सम्मानित किया साथ ही पदयात्रा को लेकर शुभकामना भी दी। इस दौरान नपा अध्यक्ष मेमन ने कहा कि हमारी संस्कृति और पहचान के गरियाबंद की बेटी साहस के साथ ऊंचाई में चढ़ने का निर्णय लिया है वह सराहनीय है। मैं गरियाबंद वासियों की ओर से उन्हें शुभकामना देता हूं की उनकी यात्रा सफल हो।

इधर, अपने पदयात्रा को लेकर कनकलता ने बताया कि छत्तीसगढ़ के पहचान को पूरे विश्व पटल में स्थापित करने के उद्देश्य से पदयात्रा कर रही है। यहाँ वह छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल भगवान श्रीराम के ननिहाल कौशल्या माता मंदिर चंद्रखूरी, विश्व प्रसिद्ध विशालतम शिवलिंग भूतेश्वनाथ महादेव गरियाबंद, 300 फिट ऊंचा तीरथगढ़ जलप्रपात बस्तर, छत्तीसगढ़ के सबसे प्राचीन मंदिर लक्ष्मणेश्वर महादेव शिवरीनारायण, दंतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा, (जहां देवी सती का दांत गिरा था), छत्तीसगढ़ी संस्कृति कल्चर वेशभूषा, छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य को प्रमोट करेगी। बकायदा इसके लिए पोस्टर भी लगाएगी। इसके अलावा हसदेव जंगल बचाओ अभियान भी उनके यात्रा के उद्देश्य में शामिल है।

ज्ञात हो कि कनकलता सिंह गरियाबंद के शिक्षक नगर के सत्येंद्र नारायण सिंह और हेमलता सिंह की सुपुत्री है। कनकलता ने बताया की शुक्रवार को वह गरियाबंद से रायपुर के लिए निकली है। रायपुर से दिल्ली और दिल्ली से देहरादून तक ट्रेन में पहुंचेगी। देहरादून के साकरी से अपनी पदयात्रा शुरू करेगी।

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