रायपुर। राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल में हड़कंप मच गया , जब आंदोलन कर रहे एक शिक्षक ने रस्सी के सहारे फांसी लगाने की कोशिश की। फांसी लगाता देख वहाँ मौजूद पुलिसकर्मियों और अन्य शिक्षकों ने उसकी जान बचाई। इसके बाद शिक्षक को तत्काल मेडिकल जांच करवाया गया। फिलहाल शिक्षक की हालत ठीक है।
यहां सरकारी नौकरी पाने के लिए धरना दे रहे एक शिक्षक धरमा जांगड़े ने खुद को रस्सी के सहारे फांसी पर लटका लिया। आनन-फानन में वहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने दौड़कर उन्हें फंदे से उतारा। जिसके बाद उनका मेडिकल जांच कराया गया। फिलहाल उनकी हालत अब सामान्य है।
शिक्षक धरमा जांगड़े जांजगीर-चांपा के रहने वाले हैं। यहां सैकड़ों शिक्षक दो दिन से धरना और भूख हड़ताल के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। औपचारिकेत्तर शिक्षकों का कहना है कि, वे बेरोजगारी और गरीबी की डबल मार से जूझ रहे हैं। उनके पास जीवन चलाने का कोई विकल्प नहीं है। जानकारी मिली है कि जांच करने पर पुलिस को बोतलों में पेट्रोल भी मिला है। जिसे संघ के कुछ सदस्य आत्महत्या करने के उद्देश्य से लाये थे।
जानकारी के मुताबिक, 27 दिसम्बर से 28 दिसंबर तक शासकीय औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ के द्वारा राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल में दो दिवसीय भूख हड़ताल का आयोजन किया गया था। उनकी मांग थी कि उन्हें उनके योग्यता के अनुसार अन्य विभागों में समायोजन किया जाए। और इसी सिलसिले में वो मुख्यमंत्री से मुलाकात करना चाहते है, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा है। इसी को लेकर पिछले दो दिनों से वो भूख हड़ताल में थे।