प्रदेश के उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्य बहुत महत्वपूर्ण हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर लगाकर गांवों में सामाजिक एवं मानव कल्याण के कार्य करता है। उन्होंने कहा कि एन.एस.एस के स्वयं सेवकों की सेवाएं सराहनीय हैं। स्वास्थ्य शिविरों और आपदा प्रबंधन में सहयोग के साथ एन.एस.एस गांवों में जन जागरूकता और शासकीय योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। श्री पटेल ने 12 जनवरी को रायपुर के शासकीय नागार्जुन विज्ञान महाविद्यालय के सभागार में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य स्तरीय सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। श्री पटेल ने राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन पर स्वामी जी को नमन करते हुए उनके द्वारा मानवता के लिए किए गए कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला और युवाओं को स्वामी विवेकानंद के बताए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्य अन्य राज्यों के लिए अनुकर्णीय हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के पुरस्कारों को विस्तारित करने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि पहले सिर्फ राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत सिर्फ चार पुरस्कार दिए जाते थे, परन्तु अब छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयं सेवकों एवं कार्यक्रम अधिकारियों और संस्थाओं को बीस पुरस्कार प्रदान किए जा रहे हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री ने राज्य स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना के लिए चयनित 20 पुरस्कार क्रियान्वयन वर्ष 2019-20 के लिए प्रदान किए। इसमें संस्थाओं में महाविद्यालय स्तर पर अध्ययन शाला ईकाई पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर को और विद्यालय स्तर पर शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बसना जिला महासमुन्द को पुरस्कृत किया। इसी प्रकार कार्यक्रम अधिकारियों में महाविद्यालय स्तर पर श्री शंकराचार्य ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट भिलाई के डॉ. डी. एस. रघुवंशी को और डॉ. खूबचंद बघेल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई की डॉ. अल्पना देशपाण्डेय को पुरस्कृत किया गया, जबकि विद्यालय स्तर पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तारापुर के भोजराम पटेल और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंधाभेंडी के सोमदत्त साहू को पुरस्कृत किया गया है।
महाविद्यालय स्तर पर स्वयं सेवकों में श्री शंकराचार्य कॉलेज जुनवानी, भिलाई की कुमार तनुजा वर्मा, शासकीय रानी सूर्यमुखी देवी महाविद्यालय छुरिया के नरेश कुमार साहू, शासकीय दानवीर तुलाराम महाविद्यालय उतई के परमेश्वर कुमार ठाकुर, शासकीय महाविद्यालय कांकेर की कुमारी शिल्पा साहू, शासकीय विज्ञान महाविद्यालय बिलासपुर के अक्षत तिवारी और कमला नेहरू महाविद्यालय कोरबा के अटल श्रीवास्तव को पुरस्कृत किया गया है। इसी प्रकार से शासकीय जे.यो.छत्तीसगढ़ महाविद्यालय रायपुर के निखिल कुमार यादव, समाजशास्त्र अध्ययन शाला कला भवन पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के टकेश्वर साहू, शासकीय बाबू छोटे लाल श्रीवास्तव स्नातकोत्तर महाविद्यालय धमतरी के तुषार पाण्डेय, श्री सांई बाबा आदर्श महाविद्यालय डिगमा अम्बिकापुर की कुमारी राधिका, शासकीय रामनुज सिंह देव स्नातकोत्तर महाविद्यालय बैकुन्ठपुर की कुमारी शालिनी सिंह श्याम, कृषि महाविद्यालय रायपुर के गागेन्द्र सिंह राजपुत, श्री शंकराचार्य ग्रुप आफ इन्टीट्यूशन भिलाई एस-1 के स्वाति घोटे और शंकराचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज भिलाई एस-2 के राकेश कुमार को पुरस्कृत किया गया है। इसी प्रकार से विद्यालय स्तर पर स्वयं सेवको में शासकीय उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय छछानपाहरी की कुमारी छवि साहू, शासकीय उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय घुघवा के निखिल, शासकीय उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय सिसेदर के जय कुमार चक्रवर्ती, शासकीय उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय अकलतरा के आशीष खण्डेल, शासकीय उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय बारनवापारा के रोहित कुमार धु्रव और शासकीय उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय कुनकुरी की कुमारी रिमा सिंह को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि एवं अन्य तिथियों ने स्वामी विवेकानंद के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और राजगीत और राष्ट्रीय सेवा योजना गीत का गायन किया गया।
इस अवसर पर रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केशरीलाल वर्मा, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव धनंजय देवांगन, उच्च शिक्षा आयुक्त श्रीमती शारदा वर्मा, राज्य कार्यक्रम अधिकारी एन.एस.एस. डॉ. समरेन्द्र सिंह सहित एन.एस.एस. के कार्यक्रम अधिकारी स्यवं सेवक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।