रायपुर 31 मई 2021। छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर अब थमता दिख रहा है। प्रदेश में मरीजों के आंकड़े अब 2 हजार से कम और मौत के आंकड़े 50 से नीचे आ गये हैं। छत्तीसगढ़ ने बीते 50 दिन मौत और मरीज का वो मंजर देखा, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते थे। छत्तीसगढ़ ने 50 दिन में 8000 से ज्यादा मौतें देखी। 1 अप्रैल से 21 मई तक के आंकड़ों को देखें तो प्रदेश में कुल 8187 मौतें हुई, मतलब हर दिन करीब 164 मौतें। मतलब हर घंटे औसतन 6 लोगों ने प्रदेश में कोरोना की वजह से दम तोड़ा।
प्रदेश में कोरोना से मौत के आंकड़ों को देखें तो 1 अप्रैल को प्रदेश में मौत का आंकड़ा 4204 था, जो 21 मई तक बढ़कर 12 हजार 391 हो गया । 1 अप्रैल को प्रदेश में मौत का कुल आंकड़ा औसतन 25 था। 1 अप्रैल तक रायपुर में कुल 914, दुर्ग में 754 और बिलासपुर में 228 मरीजों की मौत हुई थी। जबकि मौत का वहीं कुल आंकड़ा 10 अप्रैल को बढ़कर 4777 हो गया है, जिसमें रायपुर में मौत कुल आंकड़ा बढ़कर 1155, दुर्ग में 903 और बिलासपुर में 903 हो गया।
15 अप्रैल के बाद मौत का आंकड़ा कहर ढाने वाला रहा। इस दौरान मौत का आंकड़ा प्रतिदिन करीब 200 का हो गया था। 20 अप्रैल तक प्रदेश में कुल मौत का आंकड़ा 6274 पहुंच गया। इस दौरान रायपुर में कुल मौतें 1778, , दुर्ग में 1123 और बिलासपुर में 550 मौतें हुई थी। 30 अप्रैल को मौत का यही आंकड़ा बढ़कर प्रदेश में 8581 पर पहुंच गया। जिसमें रायपुर में 2406, दुर्ग में 1387 व बिलासपुर में 722 मौतें हुई थी।
10 मई तक के आंकड़ों को देखें तो मौत का आंकड़ा इस दौरान 10 हजार के पार हो गया। 10 मई तक प्रदेश में कुल मौतें 10 हजार 742 हुई ती। उस वक्त तक रायपुर में 2836, दुर्ग में 1571 और बिलासपुर 984 मौतें हो चुकी थी। 20 मई तक के आंकड़ों को देखें तो 20 मई को मौत का कुल आंकड़ा प्रदेश में 12 हजार 295 पहुंच गया। इस वक्त तक रायपुर में 3048 मौतें हो चुकी थी, जबकि दुर्ग में 1713 और बिलासपुर में 1152 लोगों ने दम तोड़ा था।
ये भी पढ़ें – भारत में पहुंचने वाला है मानसून, जानिये कहां-कहां होगी बारिश
One Comment
Comments are closed.