विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने वर्ष के अंत तक कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर खुराक देने से परहेज करने का आह्वान किया है. टेड्रोस अधानोम घेब्रियेसिस ने कहा कि वैक्सीन की बड़ी आपूर्ति रखनेवाले अमीर देश जैसे अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी को गरीब देशों के लिए डोज उपलब्ध कराना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि दवा निर्माताओं के एक प्रमुख संगठन से ये सुनकर ‘हैरान’ हैं कि वैक्सीन की आपूर्ति लोगों को बूस्टर खुराक की अनुमति देने के लिए काफी है.
उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “मैं उस वक्त खामोश नहीं रहूंगा जब वैक्सीन की वैश्विक आपूर्ति पर कब्जा जमानेवाले देश और कंपनियां सोचें कि दुनिया के गरीबों को बचे हुए से संतुष्ट होना चाहिए.” ट्रेडोस ने पहले भी सितंबर के अंत तक बूस्टर पर रोक की मांग की थी. लेकिन डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और ब्रिटेन समेत अमीर देशों ने शुरू कर दिया या संवेदनशील जैसे बुजुर्गों या कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को दो डोज वाली वैक्सीन का तीसरा डोज देने के मंसूबे पर विचार कर रहे हैं.
इजराइल महीनों पहले से पूरी दो डोज वैक्सीन का तीसरा डोज लोगों को उपलब्ध करा रहा है. और पिछले महीने, अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने सभी अमेरिकी नागरिकों को सुरक्षा बढ़ाने के लिए बूस्टर की सिफारिश की है. ट्रेडोस ने माना कि तीसरा डोज जोखिम वाले ग्रुप के लिए जरूरी हो सकता है, लेकिन जोर दिया कि बूस्टर के लिए वैज्ञानिक रिसर्च अस्पष्ट है. उन्होंने कहा, “हम बड़े पैमाने पर पूरी तरह टीकाकरण करा चुके हेल्दी लोगों को बूस्टर का इस्तेमाल देखना नहीं चाहते हैं.” अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों की तरफ से विज्ञान और बूस्टर की उपयोगिता का आकलन जारी है.
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