छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने राज्य में कोरोना महामारी से बचने के लिए लगाए जा रहे टीकों के बूस्टर डोज की मांग केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से की है। उन्होंने पत्र लिखकर राज्य में लोगों की घट रही इम्यूनिटी पर चिंता जाहिर की है।
कोरोना टीकाकरण अभियान के बीच छत्तीसगढ़ ने टीके का तीसरा टीका यानी बूस्टर डोज मांगा है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है- बूस्टर डोज देने का समय अब आ गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा है कि देश-विदेश के विशेषज्ञ इस बात को प्रमाणित कर रहे है कि वैक्सीन की दूसरी डोज लगने के बाद भी एंटीबॉडी का स्तर 6 से 9 महीने के अंदर कम हो रहा है या उसका असर समाप्त हो रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ मामलों में सुरक्षा का स्तर बना रहता है। इसके बाद भी बूस्टर डोज की आवश्यकता महसूस हो रही है। सिंहदेव ने अपने पत्र में लिखा है, विश्व के अनेक देशों में तीसरी एवं चौथी लहर का प्रभाव देखा जा रहा है। इसके साथ ही कई देश नागरिकों को बूस्टर डोज भी लगा रहे हैं।
इस विषय को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फ्रंट लाइन वर्कर, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले नागरिक, 60 साल से अधिक उम्र के नागरिकों के लिए बूस्टर डोज लागू करने का समय आ गया है। टीएस सिंहदेव ने अपने पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से अनुरोध किया है कि देशवासियों को बूस्टर डोज लगाने के संबंध में समुचित निर्णय लेते हुए इसे यथाशीघ्र लागू करने के निर्देश देना चाहिए।