भारत की जेवलिन थ्रो एथलीट अन्नू रानी ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शुरुआती मुश्किलों पर काबू पाकर अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया। वह यूजीन में आयोजित चैंपियनशिप मे गुरुवार को अपने आखिरी प्रयास में 59.60 मीटर भाला फेंक कर विश्व चैंपियनशिप के फाइनल्स के लिए क्वालीफाई कर गईं। हालांकि वह अपने पर्सनल बेस्ट से काफी पीछे रहीं पर फाइनल्स में जगह बनाने के लिए जरूरी दूरी को नापने में उन्हें कामयाबी मिल गई।
तीसरे प्रयास में सफल हुईं अन्नू रानी
अन्नू शुरुआती दो थ्रो के बाद दबाव में थीं, उनपर शुरू में ही बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था क्योंकि उनका पहला प्रयास फाउल हो गया था और दूसरे प्रयास में वह सिर्फ 55.35 मीटर तक ही भाला फेंक पाई थीं। आखिर में वह 59.60 मीटर भाला फेंकने में सफल रही जो फाइनल्स में जगह बनाने के लिये पर्याप्त था। वह ग्रुप बी क्वॉलीफिकेशन राउंड में पांचवें स्थान पर रहीं और उन्होंने दोनों ग्रुप में आठवें सर्वश्रेष्ठ प्रयास के आधार पर फाइनल्स में जगह बनाई। हालांकि 29 साल की नेशनल रिकॉर्ड होल्डर 60 मीटर तक नहीं पहुंच सकीं पर उनके पास शनिवार को होने वाले फाइनल्स में अपने प्रदर्शन में सुधार करने का मौका होगा। उनका सीजन का पर्सनल बेस्ट परफॉर्मेंस 63.82 मीटर है।
ग्रुप ए और बी के बीच बंटी महिला जेवलिन थ्रो एथलीट्स के लिए ऑटोमेटिक क्वॉलीफिकेशन मार्क 62.50 मीटर रखा गया था। केवल तीन एथलीट ही इस मार्क को पार कर सकीं। दोनों ग्रुप्स को मिलाकर बेस्ट 12 एथलीट्स को फाइनल्स में जगह दी गई है।
अन्नू ने लगातार दूसरी बार फाइनल्स के लिए किया क्वॉलीफाई
वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीसरी बार भाग ले रही अन्नू रानी ने लगातार दूसरी बार इस कंपिटीशन के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया है। वह 2019 में दोहा में पिछली विश्व चैंपियनशिप में 61.12 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ फाइनल में आठवें स्थान पर रही थीं।
पारुल चौधरी को मिली निराशा
महिलाओं की 5000 मीटर रेस में पारुल चौधरी हीट नंबर दो में 15 मिनट 54.03 सेकेंड के समय के साथ 17वें स्थान पर आईं। वह कुल मिलाकर 31वें स्थान पर रहीं और सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहीं।
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