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सर्दी से बचने के लिए जलाई थी अंगीठी , दम घुटने से तीन की मौत

चूरू।चूरू जिले से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां सर्दी से बचने के लिए एक परिवार रात को अंगीठी जलाकर सोया था. लेकिन रातभर जली अंगीठी से फैले धुंए के कारण दम घुटने से परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई. सुबह जब परिवार के सदस्य उठे नहीं तो उन्हें संभाला गया. हकीकत सामने आते ही परिवार के अन्य सदस्यों के होश पाख्ता हो गए और वहां कोहराम मच गया. मामला चूरू के रतनगढ़ थाना इलाके से जुड़ा हुआ है.

रतनगढ़ थानाप्रभारी सुभाष बिजारणिया ने बताया कि दिल को दहला देने वाली यह घटना गौरीसर गांव में रविवार रात को हुई. यहां सर्दी से बचने के लिये कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे एक ही परिवार के तीन सदस्य काल के ग्रास बन गए. मृतकों में तीन साल की एक मासूम भी शामिल है. गौरीसर निवासी अमरचंद प्रजापत (56) का परिवार खेत में ढाणी बनाकर रहता है. अमरचंद के दो बेटे राजकुमार और केदार गुजरात में काम करते हैं. घर में अमरचंद, उसकी पत्नी सोना देवी (55), पुत्रवधु गायत्री (25), पांच साल का पोता कमल, ढाई साल की पोती तेजस्वनी और तीन माह का पोता खुशी था.

तीन माह के मासूम की हालत गंभीर
रविवार की रात परिवार के लोग खाना खाकर सो गए. कमल अपने दादा के साथ बाहर के कमरे में सो गया. सोना देवी, गायत्री, तेजस्वनी और खुशी अंदर एक कमरे में सो गए. सर्दी अधिक होने के कारण महिलाओं ने कमरे में अंगीठी जला ली. इसके कारण कमरे में सो रहे परिजनों का रात को दम घुट गया. इससे सोना देवी, गायत्री एवं तेजस्वनी की मौत हो गई. तीन माह बालक खुशी को गंभीर हालत में चूरू जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. वहां उसका उपचार चल रहा है.

पड़ोसियों ने खिड़की तोड़कर दरवाजा खोला
सोमवार को सुबह घटना का पता चलने पर घर में कोहराम मच गया और मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई. सूचना पर रतनगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की पूरी जानकारी ली. पुलिस ने बताया कि सुबह जब घर की महिलाएं उठी नहीं तो उन्हें आवाज लगाई गई. लेकिन जब कोई जवाब नहीं आया तो आसपास के लोग एकत्रित हो गए तथा खिड़की तोड़कर दरवाजा खोला गया. तब जाकर घटना का पता चला. घटना की गंभीरता को देखते हुए डीवाईएसपी हिमांशु शर्मा भी गौरीसर गांव पहुंचे तथा मौका मुआयना किया.

 

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