रायपुर 16 जनवरी 2021। दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो गया है। आज से देश के सभी राज्यों में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुआ। प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद दिल्ली के एम्स में पहला टीका लगते ही, देश के सभी राज्यों में इसकी औपचारिक शुरुआत हो गयी। रायपुर में एम्स के डायरेक्टर डॉ नितिन एम नागरकर को पहला टीका लगाया गया। उसी तरह रायपुर आंबेडकर अस्पताल में सफाईकर्मी तुलसा तांडी का पहला वैक्सीन लगाया गया।
पंडरी के जिला अस्पताल में उसी तरह से वार्ड ब्वाय हेमंत दुबे को पहला टीका गया है। आज वैक्सीन के हर सेंटर पर 100 लोगों को कोरोना का वैक्सीन लगाया जायेगा। प्रदेश में शुरू हुए टीकाकरण अभियान में 2.67 लाख हेल्थ केयर वर्कर को सबसे पहले टीका लगाया जाएगा। वैक्सीनेशन के लिए 97 वैक्सीनेशन साइट बनाए गए हैं। वैक्सीन लांच के टू-वे इंटरेक्शन के लिए रायपुर के पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय और जगदलपुर के महारानी अस्पताल को चिन्हित किया गया है।
छत्तीसगढ़ को भारत सरकार द्वारा पहली खेप में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ के तीन लाख 23 हजार टीके उपलब्ध कराए गए हैं। ये टीके आईसीएमआर द्वारा प्रमाणित हैं। इन सब की जानकारी कोविन पोर्टल में एंट्री की गई है। टीकाकरण के लिए 7116 टीकाकरण कर्मियों को चिन्हांकित कर इसका प्रशिक्षण दिया गया है। सभी 28 जिलों में 83 स्थानों पर कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया जा चुका है। वैक्सीन की पहली खुराक के 28 दिनों के अंदर दूसरी खुराक लेना होगा। सेकंड डोज लेने के दो सप्ताह के अंदर आम तौर पर एंटीबाडी का सुरक्षात्मक स्तर इम्यूनिटी विकसित होती है। वैैैक्सीन लगाने के बाद भी कोविड अनुरूप व्यवहार करना आवश्यक होगा जिससे कोरोना के खतरे को कम किया जा सकेगा।