कोरोना काल धीरे धीरे खत्म हो रहा है और आज देश में कोरोना के जो आंकड़े आए हैं उसमें मौतों का आंकड़ा 100 से नीचे आ गया है. देश में आर्थिक गतिविधियां भी लगातार पटरी पर आ रही हैं और कल आए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े इस बात का भरोसा दिला रहे हैं कि अब स्थिति काबू में लगभग आ चुकी है. हालांकि कोरोनाकाल का कुछ असर कई आंकड़ों पर आगे देखा जाएगा क्योंकि वित्त वर्ष खत्म होते होते कई तरह के आंकड़े आएंगे.
शॉपिंग मॉल की किराया आमदनी में आएगी गिरावट
देश के नौ शहरों में चालू वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च, 2022 तिमाही के दौरान 23 शॉपिंग मॉल की किराया आमदनी घटकर लगभग 300 करोड़ रुपये रह सकती है. रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट के अनुसार इसमें पिछली तिमाही की तुलना में आय में 24 फीसदी की कमी आ सकती है. इक्रा के अनुमान में नौ शहरों में 1.42 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्रफल पर स्थित 23 मॉल शामिल हैं.
मॉल में गिरी है ग्राहकों की संख्या
रेटिंग एजेंसी ने बताया कि विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के कारण इस महीने मॉल में ग्राहकों की संख्या और कारोबार में गिरावट आई है. इक्रा ने कहा कि इन 23 मॉल का किराया आमदनी इससे पिछली तिमाही में अनुमानित 400 करोड़ रुपये से 24 फीसदी कम रह सकती है.
कमाई में भी आई है गिरावट
कोरोना महामारी से पहले की स्थिति यानी वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही में इन 23 मॉल ने किराये से 470 करोड़ रुपये की कमाई की थी. कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन के कारण वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में इन माल की किराया आय गिरकर 85 करोड़ रुपये रह गई थी. वहीं वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में इन मॉल की किराये की आय लगभग 355 करोड़ रुपये थी.
कोरोनाकाल धीरे धीरे खत्म हो रहा है और आज देश में कोरोना के जो आंकड़े आए हैं उसमें मौतों का आंकड़ा 100 से नीचे आ गया है. देश में आर्थिक गतिविधियां भी लगातार पटरी पर आ रही हैं और कल आए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े इस बात का भरोसा दिला रहे हैं कि अब स्थिति काबू में लगभग आ चुकी है. हालांकि कोरोनाकाल का कुछ असर कई आंकड़ों पर आगे देखा जाएगा क्योंकि वित्त वर्ष खत्म होते होते कई तरह के आंकड़े आएंगे.
शॉपिंग मॉल की किराया आमदनी में आएगी गिरावट
देश के नौ शहरों में चालू वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च, 2022 तिमाही के दौरान 23 शॉपिंग मॉल की किराया आमदनी घटकर लगभग 300 करोड़ रुपये रह सकती है. रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट के अनुसार इसमें पिछली तिमाही की तुलना में आय में 24 फीसदी की कमी आ सकती है. इक्रा के अनुमान में नौ शहरों में 1.42 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्रफल पर स्थित 23 मॉल शामिल हैं.
मॉल में गिरी है ग्राहकों की संख्या
रेटिंग एजेंसी ने बताया कि विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के कारण इस महीने मॉल में ग्राहकों की संख्या और कारोबार में गिरावट आई है. इक्रा ने कहा कि इन 23 मॉल का किराया आमदनी इससे पिछली तिमाही में अनुमानित 400 करोड़ रुपये से 24 फीसदी कम रह सकती है.
कमाई में भी आई है गिरावट
कोरोना महामारी से पहले की स्थिति यानी वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही में इन 23 मॉल ने किराये से 470 करोड़ रुपये की कमाई की थी. कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन के कारण वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में इन माल की किराया आय गिरकर 85 करोड़ रुपये रह गई थी. वहीं वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में इन मॉल की किराये की आय लगभग 355 करोड़ रुपये थी.
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