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टैक्स में कमी करे सरकार, हर रोज पेट्रोल-डीजल के दामों की समीक्षा हो बंद, ट्रांसपोर्ट सेक्टर की मांग

ऑल इंडिया मोटर्स ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ( AIMTC) ने मांग की है कि सरकार को फौरन हर रोज पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी को बंद कर देना चाहिए और हर तिमाही दामों की समीक्षा करनी चाहिए. आम लोगों के साथ और ट्रांसपोर्ट सेक्टर को पूरी तरह से महंगाई से राहत देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को अपने करों को कम करना चाहिए.

पेट्रोल डीजल की हर रोज बढ़ती कीमतों से आम आदमी का तो बिगड़ ही चुका है पर इस बढ़ोतरी से ट्रांसपोर्ट सेक्टर को भी परेशान कर रखा है. ट्रांसपोटर्स का कहना है कि डीजल की कीमतों में ऐतिहासिक बढ़ोतरी सड़क परिवहन क्षेत्र को नष्ट कर रही है, जिससे उनका संचालन घाटे में चलने के साथ अव्यवहारिक होता जा रहा है. ट्रांसपोर्ट्स का कहना है कि पूरा रोड ट्रांसपोर्ट सेक्टर जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहा है.

ऑल इंडिया मोटर्स ट्रांसपोर्ट कांग्रेस का कहना है कि कई छोटे ऑपरेटर वैधानिक अनुपालन, कर, बीमा और परमिट शुल्क को पूरा करने के लिए भी कमाई करने में अब सक्षम नहीं हैं जिसके चलते उन्होंने अपना ऑपरेशन बंद कर दिया है. इसी महीने डीजल की बढ़ती कीमतों के अलावा  टोल, बीमा, टायर की कीमतों में उछाल के साथ ही ऑन-रोड करप्शन बढ़ा है जिसने सड़क परिवहन क्षेत्र की कमर तोड़ दी है.

छोटे आपरेटरों को अपने वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं क्योंकि वे अपने ऑपरेशन का खर्चा भी नहीं निकाल पा रहे हैं. ऑल इंडिया मोटर्स ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के मुताबिक, 85% से अधिक ट्रांसपोर्टर छोटे ऑपरेटर हैं जिनके पास एक से पांच ट्रक हैं जिनमें से लगभग 65% स्वरोजगार में जुटे हैं और अधिकांश मालिक खुद ट्रक चलाते हैं.

AIMTC के मुताबिक, ट्रकों की आपूर्ति कम है जिससे सप्लाई चेन में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, सड़क परिवहन क्षेत्र पर 20 करोड़ लोग निर्भर करते हैं जो कि देश की आम आदमी बिरादरी का हिस्सा हैं जो ईंधन की बढ़ती कीमतों, उच्च मुद्रास्फीति और सरकार की संवेदनहीनता के हमले का सामना कर रहा है. महंगाई से भरण-पोषण और आजीविका पर अत्यधिक दबाव पैदा हो रहा है.

 

 

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