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अब आपकी थाली की रोटी भी हुई महंगी, करीब 33 रुपये किलो हुआ आटा का औसतन कीमत

अब आम आदमी के थाली की रोटी ( Roti) भी महंगी होती जा रही है. रोटी पर भी महंगाई ( Inflation) की मार पड़ रही है. लगातार महंगे हो रहे गेंहू ( Wheat) के चलते खुदरा बाजार ( Retail Market) में आटा महंगा होता जा रहा है. खुदरा बाजार में आटा का औसतन दाम ( Average Price Of Atta) करीब 32.91 रुपये  प्रति किलो पर जा पहुंचा है. बीते एक सालों में आटा करीब 13 फीसदी महंगा हो चुका है. जबकि बीते साल 8 मई को आटा 29.14 रुपये प्रति किलो में मिल रहा था.

सरकारी आकड़ों के मुताबिक महंगा हुआ आटा 

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ( Consumer Affair Ministry) के आंकड़ों के मुताबिक आटा का अधिकत्तम कीमत 59 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंचा है. जबकि न्यूनत्तम कीमत 22 रुपये प्रति किलो है. 9 मई को मैसूर में 54 रुपये प्रति किलो में, मुंबई में आटा 49 रुपये प्रति किलो में, चेन्नई में 34 रुपये प्रति किलो में, कोलकाता में 29 रुपये प्रति किलो में और दिल्ली में 27 रुपये प्रति किलो में आटा मिल रहा है.

गेंहू के उत्पादन में गिरावट का अनुमान

गेंहू की कीमतों में आने वाले दिनों में और तेजीा आने की उम्मीद जताई जा रही है. 2021-22 के रबी सीजन में गेंहू का उत्पादन घटने का अनुमान है. सरकार ने खुद उत्पादन के अनुमान को घटा दिया है. इस वर्ष गर्मी के मौसम के जल्दी आने के चलते सरकार ने 111.32 मिलियन टन से उत्पादन के अनुमान को घटाकर 105 मिलियन टन कर दिया है.

और महंगा हो सकता है आटा

फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) जरूरत पड़ने पर OMSS के जरिए गेहूं बेचती है, जिससे कि मार्केट में गेहूं की कमी न हो. इसकी सप्लाई लगातार बनी रहे. बता दें इसकी बिक्री खासतौर पर उस सीजन में की जाती है. जब मार्केट में गेहूं की आवक कम होती है. FCI के इस कदम से मार्केट में गेहूं की किल्लत नहीं होती है और रेट्स पर भी महंगाई की मार नहीं पड़ती है. लेकिन ओपेन मार्केट में गेंहू बेचने को लेकर सरकार की तरफ से कोई घोषणा नहीं हुई है. OMSS स्कीम के जरिए सरकार ओपेन मार्केट में सप्लाई और कीमतों को रेग्युलेट करती है. अगर सरकार इस बाबत जल्द ऐलान नहीं करती है तो जून महीने से आटा और उससे बननने वाले सामानों के दामों में और भी उछाल आ सकता है.

 

 

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