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पेटा इंडिया ने अमूल को डेयरी मुक्त मिल्क बनाने का दिया सुझाव, जानिए सबसे अच्छे विकल्प

दुनिया भर में लोग अपनी सेहत, पशु कल्याण और पर्यावरण संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए वीगन डाइट की तरफ रुख कर रहे हैं. उसकी वजह से वीगन फूड और वीगन पेय की मांग में इजाफा हो रहा है. दूध के विकल्पों की बढ़ती जरूरत को समझते हुए भारत में पशु अधिकारों के लिए काम करनेवाली संस्था ने दूग्ध सहकारी संघ को पत्र लिखा है.

पेटा इंडिया ने अमूल को सुझाव दिया है कि ग्राहकों की नई आबादी को देखते हुए वीगन दूध पैदा करने पर रुख करना चाहिए. अमूल के प्रबंध निदेशक आरएस सोढी को लिखी चिट्ठी में पेटा ने कहा कि दुग्ध सहकारी समिति को फल-फूल रहे वीगन फूड और दूध बाजार से फायदा उठाना चाहिए. पेटा इंडिया के मुताबिक, “हम पौधे से प्राप्त प्रोडक्ट्स की मांग पर ध्यान देने के बजाए अमूल को फलते-फूलते वीगन फूड और दूध बाजार से लाभ उठाने को प्रोत्साहित करना चाहेंगे. कई और कंपनियां भी बाजार में बदलाव के हिसाब से काम कर रही हैं और अमूल को भी ऐसा ही करना चाहिए.”

पेटा का मानना है कि दुनिया भर में अग्रणी डेयरी कंपनियां जैसे नेस्ले अब गैर डेयरी विकल्पों में निवेश कर रही हैं. पेटा इंडिया वीगन के कोऑर्डिनेटर डॉक्टर किरण आहूजा ने एक रिपोर्ट के हवाले से अनुमान लगाया कि दुनिया भर में डेयरी का वैकल्पिक बाजार 2028 तक 52.58 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा. अपनी चिट्ठी में पेटा ने ये भी लिखा है कि बार्कले ने भविष्यवाणी की है कि वीगन फूड और ड्रिंक का बाजार दशक के आखिर में एक हजार फीसद तक बढ़ सकता है.

पेड़-पौधों के विभिन्न भागों से बनाए गए दूध की मांग में इजाफे का कारण शाकाहार की तरफ लोगों की बढ़ती आबादी है. अब, पीने और खाना पकाने के लिए वीगन दूध के स्वस्थ विकल्पों की श्रेणी उपलब्ध है. लेकिन, उनमें से कुछ में शुगर मिला हो सकता है, इसलिए दूध के सबसे अच्छे विकल्पों को चुनें.

सोया मिल्क- सोया मिल्क में गाय के दूध जितना प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है. लेकिन उसमें कैौलोरी, फैट्स और कार्बोहाइड्रेट्स कम होता है. अगर आप अपने प्रोटीन का सेवन बढ़ाना चाहते हैं, या अगर आपको अपनी दैनिक प्रोटीन की जरूरतों को पूरा करने में मुश्किल हो रही है, तो सोया मिल्क की तरफ रुख किया जा सकता है.

काजू मिल्क- पौधे से प्राप्त होनेवाला दूध खाना बनाने और पकाने के लिए सबसे उपयुक्त है क्योंकि उसमें ज्यादातर अनसैचुरेटेड फैट होता है, ये हाई कोलेस्ट्रोल लेवल वाले लोगों के लिए अच्छा विकल्प है. लेकिन प्रोटीन की ज्यादा जरूरत वाले लोगों के लिए काजू का दूध सबसे अच्छा विकल्प अपने कम प्रोटीन के कारण नहीं हो सकता.

बादाम का दूध- बादाम का दूध तुलनात्मक रूप से कैलोरी में कम होता है. वास्तव में, ये सबसे कम कैलोरी वाले दूध के विकल्पों में से एक है. इस तरह, बादाम का दूध कैलोरी सेवन कम करनेवालों के लिए बढ़िया विकल्प भले हो, लेकिन सबसे अच्छा है कि घर पर तैयार दूध का विकल्प अपनाया जाए, जिसको बनाने में काफी बादाम का इस्तेमाल किया जाता है.

नारियल का दूध- अगर आप वीगन हैं और अपना कार्बोहाइड्रेट सेवन कम करने की सोच रहे हैं, तो नारियल का दूध आपके लिए ठीक है. नारियल के दूध में गैर डेयरी मिल्क का सबसे कम कार्बोहाइड्रेट तत्व होता है, लेकिन इसमें महत्वपूर्ण रूप से कम प्रोटीन भी शामिल है. और उसके अलावा, ये प्रोटीन की ज्यादा जरूरत वालों के लिए सबसे अच्छा विकल्प भी नहीं हो सकता.

 

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