नई दिल्ली: दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. इस आंदोलन की आवाज सड़क से लेकर संसद तक सुनाई दे रही है. विपक्ष किसान कानूनों के मुद्दे पर मनसून सत्र के दौौरान जनकर हंगामा कर रहा है. इस बीच आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस किसान कानून विरोधी प्रदर्शन में शामिल हुए.
राहुल गांधी आज खुद ट्रैक्टर चलाकर संसद भवन पहुंचे. राहुल जिस ट्रैक्टर से संसद भवन पहुंचे उस पर लाके रंग का बोर्ड लगा था. जिसस पर ‘किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानून वापस लो, वापस लो’ लिखा है.
संसद पहुंचकर राहुल गांधी ने मीडिया से कहा, “हम किसानों का संदेश लेकर संसद आए हैं. किसानों की आवाज दबाई जा रही है. सरकार को कृषि कानून वापस लेने ही होंगे. ये कानून 2-3 बड़े उद्योगपतियों के लिए हैं. ये किसानों के फायदे के लिए नहीं हैं. ये काले कानून हैं.” कृषि कानून के मुद्दे पर आज भी संसद में जोरदार हंगामे के आसार हैं.
आज ‘महिला किसान संसद’ का आयोजन
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के आठ महीने पूरे होने के अवसर पर महिलाएं सोमवार को जंतर-मंतर पर ‘किसान संसद’ का आयोजन करेंगी. संयुक्त किसान मोर्चा संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद 22 जुलाई से ही जंतर-मंतर पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है. एसकेएम ने दावा किया कि गत आठ महीने से जारी आंदोलन में विभिन्न राज्यों के लाखों किसान शामिल हो चुके हैं.
कांग्रेस ने लोकसभा में ‘पेगासस’ रिपोर्ट पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में ‘पेगासस प्रोजेक्ट’ रिपोर्ट पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है. दरअसल, आरोप है कि 300 से अधिक भारतीय मोबाइल फोन नंबरों को इजरायली कंपनी एनएसओ के पेगासस स्पाईवेयर के मार्फत हैकिंग के लिए निशाना बनाया गया. हालांकि, सरकार इस मामले में विपक्ष के सभी आरोपों से इनकार कर रही है.
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