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बालोद में ग्रामीणों ने की शराबबंदी, शराब बेचने और खरीदने पर हजारों का जुर्माना

बालोद, छत्तीसगढ़ के बालोद में अवैध शराब बिक्री और शराबियों की हरकतों से निपटने के लिए गांववालों ने नायाब तरीका निकाला, ऐसा तरीका, जिसकी चारों ओर तारीफ हो रही है, ये मामला घुमका गांव का जहां शराबबंदी का फैसला खुद ग्रामीणों ने लिया है। बालोद जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूरी पर बसे इस गांव की आबादी 3 हजार है। लोग यहां हंसी-खुशी और अपनेपन के साथ जीते हैं। किसी को किसी से कोई शिकायत नहीं थी, लेकिन, शराब ने इस गांव का माहौल खराब कर दिया। इससे वहां महिलाओं और बच्चों पर असर होने लगा।

लेकिन, अब यहां शराब के कारण विवाद की स्थिति नहीं होगी। क्योंकि, ग्रामीणों ने अब ऐसा फैसला लिया है कि किसी को विवाद करने से पहले सैकड़ों दफा सोचना पड़ेगा। दरअसल, 2 दिन पहले गांव के एक युवक ने गांव में अवैध शराब बेचने वाले के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। उसने गांव के जनप्रतिनिधियों के अलावा थाने में भी इसकी शिकायत की। उसके बाद अवैध शराब बेचने वाले शख्स ने बौखलाहट में शिकायतकर्ता के घर जाकर उसे डराया-धमकाया। इस घटना के बाद पीड़ित ने दोबारा उसके साथ हुई हरकत की जानकारी गांव के जनप्रतिनिधियों को दी। फिर रात 11 बजे उस विषय पर आपातकालीन बैठक करने का फैसला लिया गया।

बंद कर दिया गांव

दूसरे दिन गुरुवार सुबह 7 बजे गांव में मुनादी कराई गई और यह तय किया गया कि 4 घंटे बाद 11 बजे हर घर से एक महिला और एक पुरुष को गांव के मुख्य चौक पर इकट्ठा होना है। इस दिन कोई भी व्यक्ति किसी अन्य कार्य के लिए नहीं जाएगा और गांव को बंद कर दिया गया। 11 बजे गांव के सभी लोग एकत्रित हुए, बैठक में महिलाओं को आगे रखा गया। पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने वहां मौजूद सभी लोगों से अवैध रूप से शराब बेचने वाले लोगों को आगे आने को कहा। उसके बाद 5 लोग स्वयं आगे आए और अवैध रूप से शराब बेचने की बात कबूल की।

आरोपियों से वसूला अर्थदंड

उसके बाद बैठक में मौजूद महिलाओं ने उन पांचों लोगों से 2-2 हजार रुपये का अर्थदंड वसूल किया। इस दंड के बाद उन पांचों ने ग्रामीणों को दोबारा शराब नहीं बेचने का भरोसा दिलाया। एक मसला निपटने के बाद फिर पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने उनके पास मौजूद अवैध शराब बेचने वालों की सूची निकाली। इनमें से 7 लोगों के नाम थे, जिन्हें सार्वजनिक किया गया। सातों से 5-5 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। इनसे भी दोबारा शराब नहीं बेचने की बात पर सहमति ली गई। एक व्यक्ति जो शराब पीकर गाली-गलौज करता था उससे महिलाओं ने 20 हजार रुपए अर्थदंड वसूल किया। इस तरह महिलाओं ने गांव के फंड में 65 हजार रुपये इकट्ठा कर लिए।

ये हुए फैसले

इकट्ठा हुए पैसे से अब गांव में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ताकि, हर जगह और हर शख्स पर नजर रहे। इससे अवैध रूप से शराब बेचने और गाली-गलौज करने वालों पर भी नजर रखी जा सकेगी। अब गांववालों ने फैसला किया है कि अगर कोई शराब पीकर हुड़दंग करेगा तो उस पर 20 हजार रुपये का दंड लगाया जाएगा। अवैध रूप से शराब बेचने वाले पर 51 हजार रुपये जुर्माना लिया, साथ ही उससे पूरा गांव कोई वास्ता नहीं रखेगा।

 

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