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आज कालाष्टमी : तंत्र-मंत्र के देवता भगवान कालभैरव की करें पूजा, कष्ट होंगे दूर

हिंदू पंचांग में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। वहीं इस बार कालाष्टमी 08 अगस्त दिन मंगलवार यानी आज रखा जाएगा। इस दिन मुख्य रूप से भगवान शिव के भैरव स्वरूप की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। बता दें, कालभैरव तंत्र-मंत्र के देवता माने जाते हैं। इस दिन सुबह पवित्र नदी में स्नान कर पितरों का तर्पण किया जाता है और उसके बार कालभैरव की पूजा की जाती है।

ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और सुख-शांति में भी वृद्धि हो सकती है। अब ऐसे में इस दिन कुछ उपायों को करने के बारे में बताया गया है। जिसे करने से कालभैरव जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। कालाष्टमी के दिन कुछ उपायों को करने के बारे में बताएंगे। जिससे आपके सभी दुख जल्द दूर हो सकते हैं।

कालाष्टमी के दिन भैरव मंदिर जाकर साबुत उड़द चढ़ाएं, बिजनेस में हो सकता है लाभ

अगर आप बिजनेस में वृद्धि चाहते हैं, तो इस दिन किसी भैरव बाबा के मंदिर जाएं और सवा सौ ग्राम साबुत उड़द चढ़ाएं और उसमें से 11 उड़द के दाने निकालकर अलग रख दें। उसके बाद एक काले कपड़े में उस 11 दाने उड़द को बांधकर कार्यस्थल के तिजोरी में रख दें। इस बात का खास ध्यान रखें कि हर दाने को एक-एक करके कपड़े में रखना है और इस मंत्र को पढ़ना है ‘ऊं ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ’। इससे आपके बिजनेस में जरूर लाभ होगा।

सुख-साधनों में वृद्धि पाने के लिए भैरव बाबा के आगे सरसों के तेल का दीपक जलाएं

अगर आप सुख-समृद्धि बनाए रखना चाहते हैं, तो इस दिन भैरव बाबा के मंदिर जाकर मिट्टी के दीपक में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और भैरव बाबा से प्रार्थना करें।

कालाष्टमी के दिन करें पितरों की पूजा, आत्मविश्वास और साहस में हो सकती है वृद्धि
कालाष्टमी के दिन भैरव बाबा की पूजा करें और साथ ही पितरों की पूजा भी जरूर करें। इस दिन किसी ब्राह्मण को भोजन खिलाएं। ऐसा करने से आपके आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि हो सकती है।

 

अगर आर्थिक रूप से हैं परेशान, तो कालाष्टमी के दिन भैरव बाबा को जलेबी का भोग लगाएं
अगर आप आर्थिक स्थिति से परेशान हैं, तो सुबह स्नान करने के बाद भैरव बाबा की विधिवत पूजा करें और उन्हें जलेबी का भोग अवश्य लगाएं। इसके साथ ही इस मंत्र का जाप करें- ‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।’ ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में पहले से सुधार हो सकता है।

 

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