कोरबा, आज विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर पहली बार कोरबा जिले के 21 विशेष पिछड़ी जनजाति के युवकों को शासकीय सेवा में नियुक्ति दी गई। इनमें पहाड़ी कोरवा सहित बिरहोर व अन्य विशेष पिछड़ी जनजाति के लोग शामिल है जबकि आने वाले समय में और इस समुदाय के लोगो को शासकीय सेवा से जोड़ा जाएगा, इसके लिए सर्वे करा डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास उपाध्यक्ष मोहित केरकेट्टा और कोरबा कलेक्टर संजीव झा ने प्रयास और एकलव्य विद्यालय के मेघावी छात्रों को सम्मानित भी किया।
अभियान चलाकर विशेष पिछड़ी जनजातियों को नौकरी
इस दौरान जनजाति सदस्यों को व्यक्तिगत और सामुदायिक वन अधिकार पत्र का भी वितरण किया गया। साथ ही स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने के लिए चिन्हांकित आदिवासी किसानों को ट्रैक्टर भी प्रदान किया। जिला स्तरीय कार्यक्रम में शामिल विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में आदिवासी दिवस पर शासकीय अवकाश घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि शासन की पहल से राज्य में पहली बार अभियान चलाकर विशेष पिछड़ी जनजातियों को नौकरी दी जा रही है। आज जिले के 21 लोगों को नौकरी दिया गया यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। जनजातियों के कल्याण के लिए लिए सरकार द्वारा लगातार योजनाएं संचालित की जा रही है, साथ ही शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में भी सरकार द्वारा बेहतर काम किया जा रहा है।
एकलव्य के छात्रों को सम्मानित किया गया
इस अवसर पर कलेक्टर संजीव झा ने कहा कि इस वर्ष विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर महत्वपूर्ण काम किए गए है। इस अवसर पर विशेष पिछड़ी जनजाति सदस्यों को नौकरी दी गई, जनजातियों को वन अधिकार पत्र वितरण तथा प्रयास एवं एकलव्य के छात्रों को सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि आज 21 लोगों को शासकीय सेवा में नियुक्ति दी गई। यह प्रक्रिया आगे भी चलेगी तथा दस्तावेज परीक्षण कार्य पूर्ण होने के पश्चात विशेष पिछड़ी जनजाति के अन्य लोगों को भी नियुक्ति दी जाएगी।
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