रायपुर। दक्षिण और मध्य छत्तीसगढ़ (बस्तर, रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग का बड़ा हिस्सा) बारिश से लबालब है और कई जगह बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है, लेकिन उत्तर छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग के 6 जिलों में बारिश अब भी औसत की आधी से ही कुछ ज्यादा है। सरगुजा में तो वर्षा की मात्रा अब भी औसत से 63 प्रतिशत कम है।
छत्तीसगढ़ में इस माह अब तक 183 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत से 29 फीसदी अधिक है। यह मानसून के कोटे की 65 प्रतिशत है, जबकि अगस्त के 20 अभी बाकी हैं। लेकिन बारिश का वितरण असमान है। अगस्त में प्रदेश के 12 जिलों में भारी बारिश हुई है।
इनमें बीजापुर (औसत से 126% अधिक), बालोद, बलौदा बाजार-भाटापारा, बस्तर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, कबीरधाम, कांकेर, मुंगेली और राजनांदगांव शामिल हैं। इसके विपरीत, उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में सबसे कम पानी बरसा है। गुरुवार तक यहां 291.7 मिमी बरसात हुई। यह औसत से 63% फीसदी कम है। सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, कोरिया और बिलासपुर संभाग के कोरबा जिले में भी बारिश सामान्य से कम है। पिछले 10 दिन की बारिश से केवल बलरामपुर और जशपुर जिले के हालात ही सुधरे हैं।
अगस्त की वर्षा से जून-जुलाई की कमी पूरी
शुरुआत कमी
मौसम विभाग ने विश्लेषण के अनुसार जून में औसत से कम बारिश हुई। जुलाई में अच्छी बारिश से जून की कमी पूरी हुई। इन दो महीनों को मिलाकर वर्षा औसत हो गई। अगस्त की वर्षा ने रही-सही कसर पूरी कर दी। इससे रायपुर 11 प्रतिशत कमी के साथ सामान्य वर्षा की स्थिति में अा गया है। बेमेतरा में भी कमी घटी है।
यहां कमी बरकरार
कोरबा, कोरिया और सूरजपुर में कमी 50 फीसदी से कम है। थोड़ी चिंताजनक स्थिति सरगुजा, बलरामपुर और जशपुर में ही है। यहां बारिश की कमी 50 फीसदी से अधिक है। पिछले सप्ताह बारिश का केंद्र मुख्य तौर पर दक्षिण और मध्य छत्तीसगढ़ रहा। बस्तर, रायपुर और दुर्ग संभाग में पानी की जरूरत पूरी हो गई है।
यहां से सुधरा औसत
पिछले तीन दिनों में बस्तर और रायपुर संभाग में जमकर बारिश हुई है। इससे पूरे प्रदेश का वर्षा का औसत सुधर गया है। छत्तीसगढ़ में 11 अगस्त तक 762.4 मिमी पानी बरस गया। एक जून से 11 अगस्त तक का औसत 709.5 मिमी है। यानी औसत से सात फीसदी अधिक बारिश हो गई।
इन जिलों में कम
- सूरजपुर – 45%कम
- सरगुजा – 61%कम
- कोरिया – 46%कम
- कोरबा – 30%कम
- जशपुर – 56%कम
- बेमेतरा – 21%कम
- बलरामपुर – 46%कम
यह भी पढ़ें:- अन्नदेवी की पूजा का पर्व भोजली आज
One Comment
Comments are closed.