गोल्ड लोन एक सुरक्षित लोन होता है. जहां आप सोने जेवर या कोई सामान रखकर लोन लेते है. पर्सनल लोन के तुलना में गोल्ड लोन ज्यादा सही माना जाता है क्योंकि इसकी ब्याज दरें काफी कम होती है. आपका प्रति वर्ष 11-12 प्रतिशत ब्याज दर पर गोल्ड लोन ले सकते है. वहीं पर्सनल लोन की 14-22 प्रतिशत की ब्याज दर पर लिया जाता है. गोल्ड लोन में किसानों को काफी तरजीह भी दी जाती है और किसानों को यह 8 प्रतिशत के ब्याज दर पर मिल जाता है. खास बात यह है कि अगर आपका सिबिल(CIBIL) स्कोर कम भी हो तब भी आप आसानी से गोल्ड लोन ले सकते हैं. इस लोन के लिए आपको अपना आय प्रमाण पत्र देना भई जरूरी नहीं है. लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आप गोल्ड लोन नहीं चुका पाते हैं तो क्या दिक्कते हो सकती हैं. आज हम आपको बताएंगे की अगर आप गोल्ड लोन नहीं चुका पात हैं तो क्या हो सकता है.
पेनाल्टी शुल्क
ग्राहक अगर अपने तय समय सीमा से जितना देर से लोन की भुगतान करेगा उतना ही उसपर बकाया राशि पर ब्याज की दंड दर लगेगी.
रिमाइंडर लेटर, मैसेज, कॉल
अगर आप गोल्ड लोन की राशि चुकाने में देर करते हैं या ओवरड्यू के स्थिति में लोन देने वाली कंपनी आपको रिमाइंडर लेटर, मैसेज या कॉल कर आपको इसके बारे में सचेत कर सकती है. कंपनी द्वारा रिमाइंडर के बाद ग्राहक तुरंत जाकर लोन की बकाय राशि कंपनी के शाखा में जाकर भुगतान कर सकता है.
नीलामी
अगर गोल्ड लोन का भुगतान दिए गए समय सीमा में नहीं किया जाता है तो लोन देने वाली कंपनी ग्राहक के जोखिम और लागत पर सार्वजनिक नीलामी के जरिए गोल्ड बेचकर लोन वसूल करने का अधिकार है. हालांकि, गोल्ड के नीलामी के दो सप्ताह पहले कंपनी को इसकी सूचना ग्राहक को देना अनिवार्य है.
अगर कंपनी द्वारा नीलाम किए गोल्ड की कीमत लोन से अधिक होगी तो बची राशि कंपनी ग्राहक को 30 दिन के अंदर वापस करेगी, और अगर नीलामी के बाद लोन से कम राशि मिलती है तो कंपनी लोन वसूली के लिए कानूनी कार्यवाही का सहारा ले सकती है. इसका उन्हें अधिकार प्राप्त है.
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