मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने सबके सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। अपने बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण ने हमें सदा सत्य के मार्ग पर चलने और अन्याय के विरूद्ध खड़े होने का मार्ग दिखाया है। उनकी जीवन-लीलाएं हमें विभिन्न विपरीत परिस्थितियों में जीवन जीने का सही तरीका बताती हैं। उनके द्वारा दी गई सीख जीवन की हर परिस्थिति के लिए प्रासंगिक है।
कृष्ण कुंज : पर्यावरण संरक्षण का एक नया अध्याय
श्री बघेल ने कहा कि पुराणों में कदंब के वृक्ष और हरे-भरे बागीचों के आस-पास भगवान कृष्ण की लीलाओं का वर्णन मिलता है। मनुष्य के लिये वृक्षों की अत्यधिक उपयोगिता होने के कारण ही हमारी परंपराओं में इन्हें महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। राज्य सरकार श्री कृष्ण जन्माष्टमी से ’कृष्ण कुंज’ विकसित कर छत्तीसगढ़ में प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण का एक नया अध्याय शुरू करने जा रही है। वृक्षारोपण को जन-जन और अपनी सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने एवं विशिष्ट पहचान देने के लिये इसका नाम ’कृष्ण कुंज’ रखा गया है। जन्माष्टमी से सभी नगरीय क्षेत्रों में बरगद, पीपल, नीम और कदंब जैसे सांस्कृतिक महत्व के जीवनोपयोगी वृक्षों का रोपण कर ’कृष्ण कुंज’ विकसित करने की शुरूआत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि वर्तमान में अंधाधुंध कटाई से पर्यावरणीय संकट गहराते जा रहा है। पर्यावरण के संरक्षण और वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए भावी पीढ़ियों को वृक्षों के परंपरागत महत्व के बारे में जागरूक करना होगा। वृक्षों की अमूल्य विरासत को संरक्षित करना हमारा प्राथमिक दायित्व होना चाहिए।
कृष्ण कुंज’ का किया लोकार्पण
आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर भूपेश बघेल ने तेलीबांधा स्थित कृष्ण कुंज का लोकार्पण किया और कृष्ण कुंज में भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने ’कृष्ण-कुंज’ में पौधरोपण किया, जिसमें उन्होंने कदम्ब का पौधा लगाया। तेलीबांधा में बनाये गए कृष्ण कुंज के 1.68 हेक्टेयर में कुल 383 पौधे रोपित किये गये जिसमें बरगद, पीपल, कदंब जैसे सांस्कृतिक महत्व के पौधे लगाए गए, साथ ही कृष्ण कुंज में जीवनोपयोगी आम, इमली, बेर, गंगा इमली, जामुन, शहतूत, तेंदू ,चिरौंजी के पौधे लगाए। वृक्षारोपण को जन-जन से जोड़ने एवं सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में 162 स्थानों के कृष्ण कुंज में किया गया पौधारोपण किया गया।
कृष्ण कुंज के पास शराब दुकान हटाने के निर्देश
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने लोगों को कर्मवादी बनाने का उपदेश दिया। भगवान श्री कृष्ण ने जिन बातों का उपदेश दिया, उन्हें स्वयं भी जीया। वे सही मायने में हमें जीवन जीने की कला सिखाते हैं। कृष्ण कुंज में धर्मिक महत्व के वृक्ष बरगद, पीपल, आंवला, कदम्ब के साथ-साथ औषधि के रूप में उपयोग हर्रा, नीम जैसे कई पेड़ लगाए जाएंगे। भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर आज ऐसे ही धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व के वृक्षों को सहेजने के लिए, उनसे निकटता बनाए रखने के लिए छत्तीसगढ़ में कृष्ण-कुंज योजना की शुरुआत की जा रही है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कृष्ण कुंज के पास शराब दुकान हटाने कलेक्टर को दिए निर्देश।
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