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चाइनीज लोन ऐप पर ED का एक्शन

चाइनिस लोन

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चीनी लोन ऐप के मामले में बड़ी कार्यवाही की है

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने Paytm, Easebuzz, Razorpay और Cashfree के बैंक खातों और वर्चुअल अकाउंट्स में रखे 46.67 करोड़ रुपए फ्रीज कर दिए हैं, चीनी लोन ऐप के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ये छापेमारी 14 सितंबर को दिल्ली, गाजियाबाद, लखनऊ, मुंबई, बिहार के गया समेत छह ठिकानों पर की गई।

आखिर मामला है क्या?

HPZ Token एप बेस्ड कंपनी है, जिसने यूजर्स को बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर ज्यादा फायदा देने का वादा किया था।सबसे पहले यूजर्स को HPZ Token एफ द्वारा कंपनी में निवेश करने पर निवेश को दोगुना करने का लालच दिया गया था। यूजर्स से पेमेंट UPIs और अन्य पेमेंट गेटवे द्वारा लिया गया। शुरुआत में निवेशकों को आंशिक राशि का भुगतान भी किया गया। आरोप है कि बाकी राशि को विभिन्न भुगतान गेटवे और बैंकों के माध्यम से विभिन्न व्यक्तियों और कंपनी के खातों में ट्रांसफर कर दिया गया।

ईडी ने इसी महीने रेजरपे प्राइवेट लिमिटेड, कैशफ्री पेमेंट्स, पेटीएम पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड और चीनी व्यक्तियों द्वारा संचालित संस्थाओं के परिसरों की तलाशी ली थी। तलाशी अभियान के दौरान पाया गया कि ये नकली एड्रेस के आधार पर काम कर रही हैं।चीनी व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित संस्थाओं के मर्चेंट आईडी और बैंक खातों से 17 करोड़ रुपये की राशि जब्त की गई है। तलाशी अभियान के दौरान पाया गया कि ये नकली एड्रेस के आधार पर काम कर रही हैं।

ईडी ने 14 सितंबर को दिल्ली, गाजियाबाद, लखनऊ, मुंबई, बिहार के गया समेत छह ठिकानों पर छापे मारे थे। इसके अलावा ईडी ने HPZ लोन ऐप के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद, जयपुर, जोधपुर और बेंगलुरु में पेमेंट कंपनी PayTM, Easebuzz, Razorpay औरCashfree के 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी।

मिले 33.36  करोड़ रुपए Easebuzz के खातों में

सर्च के दौरान ईडी को पता चला था कि इन कंपनियों के वर्चुअल खातों में भारी रकम रखी गई है। ईजबज प्राइवेट लिमिटेड (पुणे) के खातों में 33.36 करोड़ रुपये, रेजरपे सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के खातों में 8.21 करोड़ रुपये, कैशफ्री पेमेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खातों में 1.28 करोड़ रुपये और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड के खातों में 1.11 करोड़ रुपए मिले हैं।

ईडी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार पुणे स्थित ईजबज प्राइवेट लिमिटेड में में कुल 33.36 करोड़ रुपए पाए गए, बेंगलुरू स्थिति रेजरपे सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड में 8.21 करोड़ रुपए पाए गए, बैंगलुरू स्थित कैशफ्री पेपेमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पास 1.28 करोड़ और नई दिल्ली स्थित पेटीएम पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड के पास 1.11 करोड़ रुपए पाए गए, जिसे फ्रीज किया गया है।

गौर करने वाली बात है कि हाल ही में वित्त मंत्रालय ने गैरकानूनी लोन ऐप्स के खिलाफ एक शीर्ष स्तर बैठक की थी। इस बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे ये ऐप आरबीआई के नियमों को ताक पर रखकर बड़े पैमाने में पर लोगों को कर्ज दे रहे हैं और बाद में उन्हें धमकाकर ऊंची ब्याज दर वसूल रहे हैं। इन ऐप्स के सिरे चीन से जुड़े होने के बाद ईडी ने इनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की।

बता दें कि ये ऑनलाइन ऐप बिना ग्राहकों की केवाईसी लिए ही उन्हें लोन देते हैं, ये ग्राहक का मोबाइल डाटा हैक करते हैं और इसके बाद उन्हें धमकी दी जाती है। डराया जाता है। ये ऐप्स ग्राहक के डेटा की चोरी करके उनके नकली न्यूड फोटो, वीडियो आदि से उन्हें धमकी देते हैं, ब्लैकमेल करते हैं। इस तरह के ऐप से आजिज आकर 58 लोग आत्महत्या तक कर चुके हैं। मध्य प्रदेश में इस तरह का मामला सामने आ चुका है, जहां इंदौर में पति-पत्नी और बच्चों ने आत्महत्या कर ली थी।

 

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