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बलौदाबाजार में भाजपा की परिवर्तन यात्रा रही सिर्फ खानापूर्ति

० जिले के नेता भीड़ जुटा पाने में रहे नाकाम..खाली कुर्सियां देखने को मिली

० पोस्टरों में छाये रही भरपूर गुटबाजी , कई पुराने भाजपा नेता रहे नदारद

० 15 साल सत्ता में राज करने के बावजूद फंडिंग मामले में भी फिसड्डी

बलौदाबाजार . जिला भारतीय जनता पार्टी ने परिवर्तन यात्रा की सभा बलौदाबाजार नगर के ऐतिहासिक दशहरा मैदान स्थल में रखा गया जहां आसानी से कार्यकर्ता सिमट कर रह गये l भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी नगर व सभा स्थल में लगे पोस्टर खुलकर बया कर रहे थे जिसके चलते भीड़ का अभाव और खाली कुर्सी देखने को मिली l जिला भाजपा नेताओं ने परिवर्तन यात्रा के बारे में बहुत माहौल बनाने का प्रयास किया गया था पर लगता है कि पुराने नेताओं को दरकिनार करने एवं फंडिंग मामले में बीजेपी का कार्यक्रम फ्लॉफ होना सा प्रतीत हो रहा है l

कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, विधायक शिवरतन शर्मा, जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े, टेसुलाल धुरंधर, अशोक जैन, उमेश बाजपेयी, संकेत शुक्ला, अभिषेक मिक्की तिवारी, हेमंत टिकरिहा आदि मंच में उपस्थित थे l आदि नेताओं ने अपने उदबोधन में कहा कि अब नहीं सहिबो ये सरकार ला बदलबो कह कर सत्ता में वापस आने की बात कही गई l

कार्यक्रम की बात कहे तो इतने बड़ी परिवर्तन यात्रा में भीड़ नाम मात्र की रही जिसमें अधिकतर कुर्सियां खाली देखने को मिली जिसका मुख्य कारण जिले की गुटबाजी जान पड़ रही है l नगरपालिका व जनपद सहित कई जगह में भाजपा का राज है उसके बावजूद भीड़ नहीं जुटा पाये l ऐसा लगता है कि जिले के बीजेपी नेताओं को सिर्फ नरेन्द्र मोदी के चेहरे व अमित शाह के स्टंट पर भरोसा है.. मानो अमित शाह आएंगे और अपने जादू से छत्तीसगढ़ की सत्ता इनके हाथों में सौप देंगे l

बलौदाबाजार जिले के तथाकथित बीजेपी नेता जो 15 की सत्ता में ठेकेदारी सहित कई कार्यों में चांदी काटे है वे भी आज पार्टी चंदा देने से भागते दिखाई दे रहे है l एक कहावत है कि जहाज जब डूबने वाला होता है तब पहले चूहे भाग जाते है जो आज एकदम फिट बैठ रहा है l बीजेपी को ऐसे अवसर वादी नेताओं को बाहर करना चाहिए नहीं तो सत्ता पाना तो दूर है कही ऐसा ना हो कि बलौदाबाजार जिले की एक भी विधानसभा सीट ना जीत पाये l

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