हमारे हिन्दू धर्म में लगभग हर कार्य को नियम, अनुशासन और धर्म से बांधा गया है. शास्त्रों के मुताबिक जब पूरे दिन की थकान को दूर करने के लिए हम सोने जाते हैं तो इस बात का हमें जरूर ध्यान रहना चाहिए कि हमें कब, कहां और कैसे सोना चाहिए. क्योंकि हर दिशा में सोने के अपने-अपने नतीजे और फायदे होते हैं. आइए जानें कि सोते समय हमें किस दिशा में सिर करके सोना चाहिए और इसके क्या फायदे होते हैं.
पूर्व की दिशा में सिर करके सोने से होने वाले फायदे- वास्तु शास्त्र के मुताबिक पूर्व दिशा में सिर करके सोने से विद्या की कभी कमी नहीं होती है, सकारात्मक उर्जा आती है और एकाग्रता बढ़ती है.
.पश्चिम दिशा की तरफ सिर करके सोने के फायदे- पश्चिम दिशा में सिर करके सोने से नाम, इज्जत और पहचान में बढ़ोत्तरी होती है.
उत्तर दिशा की तरफ सिर करके सोने के फायदे- हमारे हिन्दू धर्म शास्त्रों में उत्तर दिशा में सिर करके सोना सबसे खतरनाक बताया गया है क्योंकि इस दिशा में सिर करके सोने से असंख्य बिमारियों के आने का खतरा पैदा होता है.
दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके सोने के फायदे- दक्षिण दिशा में सिर करके सोने से धन की कभी कोई कमी नहीं रहती है. दक्षिण दिशा में सिर करके सोने से जीवन में धन, खुशी और समृद्धि में दिनों-दिन बढ़ोत्तरी होती है साथ ही साथ शरीर में तनाव और नकारात्मक विचार भी नहीं आते हैं.
मनुस्मृति के मुताबिक, मनुष्य को सूने तथा निर्जन घर में, मंदिर के गर्भगृह में और श्मशान में कभी नहीं सोना चाहिए.
देवी भागवत और पद्मपुराण के मुताबिक बिल्कुल अंधेरे कमरे में नहीं सोना चाहिए.
महाभारत के मुताबिक, टूटी खाट और जूठे मुंह कभी नहीं सोना चाहिए.
गौतम धर्म के मुताबिक, नग्न या निर्वस्त्र कभी नहीं सोना चाहिए.
ब्रह्मवैवर्तपुराण के मुताबिक, दिन में तथा सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सोने वाला मनुष्य रोगी और दरिद्र हो जाता है.