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उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही, अबतक 46 लोगों की मौत

उत्तराखंड में लगातार बारिश के दौरान भूस्खलन और ठंड से पिछले 48 घंटे के दौरान 46 लोगों की मौत हो गई. बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही नैनीताल में मचाई है. नैनीताल का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है. काठगोदाम रेलवे स्‍टेशन की पटरियां गौला नदी में बह गई हैं, जिस कारण ट्रेनों का संचालन निरस्‍त कर दिया गया ह.। पहाड़ के कई मार्ग मलबा आने के कारण बंद हो गए हैं. बारिश से जुड़ी लेटेस्ट अपडेट के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ के साथ.

केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की यात्रा को फिलहाल स्थिति सामान्य होने तक रोका गया है. कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से फोन पर बात कर राज्य के हालात की जानकारी ली. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि राहत कार्यों के लिए केंद्रीय एजेंसियों को भी सक्रिय करने के निर्देश दे दिए गए हैं. प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग दिए जाने के प्रति आश्वस्त किया. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर नुकसान हुआ है. शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है.

केरल में भी बारिश ने मचाई तबाही 

केरल में इन दिनों हो रही बारिश ने तबाही मचाई है. इसके चलते कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के मुताबिक केरल में 12 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक बारिश से होने वाली मौतों की संख्या 41 है. वहीं, दक्षिणी राज्य में आगे भी तूफानी मौसम होने की संभावना जताई जा रही है. इसी बीच मौसम विभाग ने केरल में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार से प्रभावी 11 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया, साथ ही गंभीर मौसम बने रहने की चेतावनी जारी की है. बाढ़ और भूस्खलन ने इडुक्की में मुंडाकायम क्षेत्र के कई निवासियों को बेघर कर दिया.

हालांकि सोमवार को बारिश थम गई, लेकिन कई बांधों के जलग्रहण क्षेत्रों में अभी भी बारिश हो रही है, जिससे जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. अधिकारियों ने 10 बांधों में रेड अलर्ट जारी किया है. पठानमथिट्टा जिले में कक्की और पंबा बांधों के स्लुइस गेट खोले गए. राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने पठानमथिट्टा में एक समीक्षा बैठक के बाद कहा कि पंबा और अन्य नदियों में जल स्तर बढ़ने के कारण सबरीमाला पहाड़ी मंदिर की तीर्थयात्रा रोक दी गई है.

केरल में बिगड़ सकते हैं हालात

विभाग का कहना है कि बुधवार से केरल के कई जिलों में भारी बारिश की आशंका है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं. मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक केरल में 20 से 24 अक्टूबर तक मौसम और खराब हो सकता है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्थिति को देखते हुए सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में थुला मासम पूजा के लिए तीर्थयात्रा को अनुमति देना संभव नहीं होगा. इसके लिए मंदिर 16 अक्टूबर से खोला गया था, लेकिन फिलहाल तीर्थयात्रा को रोकने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है.

 

 

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