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बेमेतरा : लम्पी त्वचा रोग जैसे लक्षण वाले पशुओं के संक्रमण से बचाव के लिए पशुपालन विभाग द्वारा किये जा रहे विशेष प्रयास

बेमेतरा जिले के बेरला विकासखण्ड के ग्राम कठिया एवं देवरी में पशुओं में लम्पी त्वचा रोग के जैसे लक्षण दिखाई देने की सूचना प्राप्त होते ही रैपिड रिस्पांस टीम विकासखण्ड बेरला को हाई अलर्ट करते हुए रोग ग्रस्त पशुओं के उपचार के निर्देश दिए गए। उल्लेखनीय है कि ग्राम कठिया के रोग ग्रस्त 04 पशुओं के जाँच नमूने एकत्रित कर राज्य स्तरीय रोग अनुसंधान प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है। लम्पी स्किन नमूनों की जाँच वर्तमान में सिर्फ राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल (निशाद) में ही होती है एवं जानकारी अनुसार देश के समस्त राज्यों के नमूनों की जाँच सिर्फ भोपाल में ही हो रही है। अतः जाँच रिपोर्ट प्राप्त होने में समय लग रहा है।

ग्राम कठिया, ग्राम देवरी में उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें बेमेतरा एवं पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञों के दल द्वारा 19 अक्टूबर को भ्रमण कर रोग ग्रस्त पशुओं का उचित उपचार एवं ग्रामों के 05 किमी. की परिधि में आने वाले ग्रामों के पशुओं में गोटपॉक्स टीकाकरण के निर्देश दिए गए एवं पशुपालकों को सलाह दी गयी कि लम्पी रोग त्वचा रोग जैसे लक्षण वाले पशुओं को अन्य पशुओं से पृथक रखा जावे। पशुओं एवं पशुगृहों में जूँ-किलनी नाशक दवा का छिड़काव किया जावे एवं पशुगृहों का नियमित निर्जन्तुकरण किया जावे। सामान्यतः देखा जा रहा है कि 3 से 4 दिन के उपचार के बाद पशु ठीक हो रहे हैं। उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें, बेमेतरा द्वारा समय-समय पर प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से लम्पी त्वचा रोग के संबंध में जनसाधारण को जानकारी दी गयी है। पशु चिकित्सा विभाग पशु पालकों से अपील करता है कि लम्पी त्वचा रोग जैसे लक्षण दिखने पर तत्काल निकटस्थ पशु चिकित्सालय/पशु औषधालय को सूचना देवें। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें, बेमेतरा द्वारा बताया गया है कि रोग से बचाव हेतु विभाग प्रयत्नशील है।

 

 

 

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