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साल का तीसरा सबसे बड़ा आईपीओ लाने की तैयारी में स्टार हेल्थ

IPO

भारतीय शेयर बाजार में ये साल आईपीओ की बहार वाला साल साबित हो रहा है. पेटीएम के हालिया लिस्ट होने की खबर का Buzz तो है ही इस पूरे साल आईपीओ मार्केट गुलजार रहा है. अब इसी कड़ी में एक और आईपीओ जल्द आने वाला है जो देश का तीसरा सबसे बड़ा आईपीओ है. कंपनी का नाम है स्टार हेल्थ एंड अलाइड इंश्योरेंस और ये घरेलू शेयर बाजार में लिस्ट होने वाली सातवीं इंश्योरेंस कंपनी होगी.

जानें आईपीओ की डिटेल्स

स्टार हेल्थ एंड अलाइंड इंश्योरेंस का आईपीओ 30 नवंबर को ओपन हो सकता है जो तीन दिनों के लिए खुलेगा और 2 दिसंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध होगा. कंपनी की इस आईपीओ के जरिए 7500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है और इसी रकम के जरिए ये तीसरा सबसे बड़ा आईपीओ साबित हो सकता है. इससे पहले पेटीएम अपना 18,300 करोड़ रुपये का इश्यू लेकर आई थी और कुछ महीनों पहले जोमैटो (फूड डिलीवरी एग्रीगेटर) 9375 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू लेकर आई थी.

क्या हो सकता है इश्यू प्राइस

स्टार हेल्थ का इश्यू प्राइस 900 रुपये के आसपास हो सकता है और ये वैल्यूएशन महंगा लग सकता है पर यहां हम इसके प्लस और निगेटिव दोनों पॉइंट बताएंगे जिसके बाद आप इस आईपीओ में शेयर्स लेने का फैसला कर सकते है. इस आईपीओ की घोषणा आज हो सकती है और इसके पहले ये सवाल उठेंगे कि क्या इसमें निवेशकों को सब्सक्राइब करना चाहिए? ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि स्टार हेल्थ का नाम घाटा देने वाली कंपनियों की लिस्ट में तो है लेकिन साथ ही इसके फंडामंटेल्स भी मजबूत हैं. हेल्थ इंश्योरेंस के फील्ड में स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी का खासा अच्छा नाम है लेकिन आपको ये भी जानना चाहिए कि बीते वित्त वर्ष 2020-2021 में इसका घाटा 826 करोड़ रुपये था.

कंपनी के लिए क्या है बड़ा निगेटिव पॉइंट

स्टार हेल्थ के लिए इसका एक बड़ा निगेटिव पॉइंट है कि घरेलू शेयर बाजार के ‘बिग बुल’ कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला और उनकी पत्नी के पास इसकी 17.26 फीसदी हिस्सेदारी है लेकिन वो इसमें अपना बड़ा हिस्सा बेच रहे हैं यानी फिलहाल के प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स अपना हिस्सा इस कंपनी में बेच रहे हैं. कंपनी में प्रमोटर्स का हिस्सा 62.80 फीसदी है. आईपीओ के तकनीकी पहलू देखें तो कंपनी 5500 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल यानी (ओएफएस) के जरिए जुटाएगी जबकि 2000 करोड़ रुपये नए शेयर्स को जारी करके जुटाने का लक्ष्य रखती है.

हेल्थ इंश्योरेंस सेगमेंट में स्टार हेल्थ की बड़ी बाजार हिस्सेदारी

हेल्थ और इससे जुड़ी अन्य इंश्योरेंस सेवाएं देने वाली कंपनियों के बाजार में स्टार हेल्थ इंश्योरेंस की 31 फीसदी बाजार हिस्सेदारी है. हालांकि कंपनी के कुल प्रीमियम की ग्रोथ सालाना आधार पर लगातार बढ़ी है. पिछले 3 सालों में 31.4 फीसदी ग्रोथ इसके कुल प्रीमियम में दर्ज की गई है. साल 2021 में 826 करोड़ रुपये का घाटा देने वाली इस कंपनी का घाटा वित्त वर्ष 2020 में 272 करोड़ रुपये पर रहा था.

इस बड़े कारण पर रखें नजर

कोरोनाकाल में लाखों भारतीयों ने अपनों को खोया और कईयों के लिए कोविड उनकी आर्थिक हालत को पूरी तरह झकझोर देने वाला साबित हुआ. ऐसे में देश में हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर लोगों में अवेयरनेस बढ़ी है और अब लोग पहले से कहीं ज्यादा संख्या में हेल्थ इंश्योरेंस ले रहे हैं. इस हालत को देखते हुए स्टार हेल्थ के लिए बिजनेस आउटलुक अच्छा साबित हो सकता है क्योंकि ये एक जानामाना नाम है. लिहाजा स्टार हेल्थ के आईपीओ मे भी अच्छी लिस्टिंग की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.

कंपनी की बेसिक जानकारी

इसकी स्थापना साल 1995 में हुई थी और इसका हेडक्वार्टर तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में है. ये हेल्थ इंश्योरेंस के साथ पर्सनल एक्सीडेंट और ओवरसीज ट्रेवल इंश्योरेंस की सर्विसेज मुहैया कराती है.

 

 

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